चूरू

Rajasthan: गोशालाओं को रियायती दरों पर मिलेगी गोकाष्ठ मशीन, आज आवेदन की आखिरी तारीख; मिलेगा ये लाभ

Rajasthan News: प्रदेश में चयनित गौशालाओं को रियायती दरों पर गौकाष्ठ मशीन उपलब्ध करवाए जाने की प्रक्रिया अंतिम दौर में चल रही है।

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Nov 26, 2024

Rajasthan News: प्रदेश के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की ओर से की गई बजट घोषणा के क्रियान्वयन में अब प्रदेश की चयनित गौशालाओं को रियायती दरों पर गौकाष्ठ मशीन उपलब्ध करवाए जाने की प्रक्रिया अंतिम दौर में चल रही है। जिसके लिए गोपालन विभाग की ओर से जारी निर्देशानुसार इसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि 26 नवम्बर है।

गोशालाओं को करना होगा आवेदन

गौपालन विभाग के अनुसार पात्र गौशालाओं को योजनानतर्गत आवेदन करना होगा। पशुपालन विभाग को गौशालाओं का चयन कर सूचना से निदेशालय को दी जाएगी जिस पर विभाग गौकाष्ठ मशीन क्रय करने की कार्रवाई करेगा।

पात्र गोशालाओं को मिलेगा लाभ

गोपालन निदेशालय की ओर से 600 गौवंश से अधिक गौवंश रखने वाली पात्र गौशालाओं को लाभान्वित किया जायेगा। निदेशालय की ओर से खुली निविदा कर कार्यादेश दिया जायेगा। गौकाष्ठ मशीन की लागत राजस्थान में एक समान रखने के लिए मशीनें एफआरओ दरों पर उपलब्ध करवाई जाएंगी। चयन के बाद लाभार्थी पात्र गोशाला की ओर से अपने हिस्से की कुल लागत राशि का 20 प्रतिशत राशि जिले से संबंधित संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग को जमा करवाई जाएगी। इस प्रक्रिया के बाद लाभ प्राप्त करने वाली गौशालाओं को गौकाष्ठ मशीन चयनित फर्म की ओर से सीधे उपलब्ध करवाई जाएगी।

लगाई गई हैं शर्तें

विभाग के अनुसार पंजीकृत और तीन वित्तीय वर्ष से नियमित संचालित होने के साथ अनुदान प्राप्त करने, ऐसी गौशाला, नंदीशाला जो गत तीन वित्तीय वर्षों से न्यूनतम 600 गौवंश नंदी एवं गाय का संधारण करने तथा वित्तीय वर्ष 2023-24 में तय संख्यां से अधिक गौवंश हो उनके लिए गत वर्षों की भौतिक सत्यापन रिपोर्ट संलग्न करनी होगी। योजना के तहत अन्य कई शर्तों को पूर्ण करने वाली गौशालाओं को लाभान्वित किया जाएगा।

नहीं कर सकेंगे बेचान

योजना अन्तर्ग कोई भी लाभार्थी गौशाला प्राप्त गौ काष्ठ मशीन को 10 साल से पहले बेचान नहीं कर सकेंगी ना ही इन्हें किसी अन्य को सुपूर्द कर सकेंगी। इसके अलावा काष्ठ की अनुमानित विक्रय दर आठ रुपये प्रति किलोग्राम होगी। उक्त दर में आवश्यकतानुसार संशोधन जिला गोपालन समिति के स्तर से किया जा सकेगा। उत्पादित गौ काष्ठ को मोक्ष धाम, अंत्येष्टि स्थल, फैक्ट्री बॉयलर, रेस्टोरेंट, होटल- ढाबे, मंदिर-हवन इत्यादि जगह जहां भी इसका उपयोग ईंधन के रूप में संभव हो वहां बेचान किया जा सकेगा। इससे गौशाला को गौ काष्ठ की बिक्री से आय होगी।

आए तीन आवेदन

संयुक्त निदेश पशुपालन विभाग गौशाला प्रभारी डॉ.निरंजन चिरानियां बताया कि चूरू जिले में 9 गौशालाएं पात्र रही जिनमें से तीन गौशालाओं के आवेदन आ गए हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 नवम्बर है।

गौरतलब है कि गोपालन विभाग के अनुसार प्रदेश की चयनित गौशालाओं को रियायती दरों पर गौकाष्ठ मशीन उपलब्ध करवाए जाने के लिए योजना अनुसार कार्रवाई कर इसकी प्रक्रिया चल रही है। योजना के तहत प्रदेश की 100 गौशालाओं को रियायती दरों पर गौकाष्ठ मशीन उपलब्ध करवाई जानी है। विभाग के अनुसार जिले की जिन गौशालाओं में गौवंश संख्या पहले 1000 से अधिक की गई थी लेकिन अब 600 की संख्या तय कर दी गई है।

Published on:
26 Nov 2024 05:14 pm
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