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मंडे पॉजिटिव स्टोरी : रेत से रोशनी तक: मरुस्थल का प्रवेश द्वार चूरू बना सौर ऊर्जा का उज्ज्वल केंद्र

सौर ऊर्जा में राजस्थान के बढ़ते प्रभुत्व के पीछे सोलर पार्कों तथा सौर परियोजनाओं के साथ-साथ पीएम-कुसुम एवं पीएम सूर्यघर जैसी योजनाओं का ठोस क्रियान्वयन भी है।

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चूरू. भारत सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नई वैशिवक ताकत बनकर उभर रहे भारत के साथ न केवल राजस्थान बल्कि मरुस्थल का प्रवेश द्वार चूरू जिला भी कदमताल कर रहा है। इससे ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिला है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में थळी अंचल अग्रणीय भूमिका में है। जिसके क्रम में पीएम कुसुम योजना, पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में घरेलू संयत्र स्थापित हुए हैं।

नीतिगत निर्णय से बनी निवेश की राह
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में बीते दो वर्ष में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत निर्णय किए गए हैं। निवेश की राह में आने वाली बाधाओं को दूर किया गया है। सौर परियोजनाओं को गति दी गई है। उन्हें भूमि आवंटन की प्रक्रियाओं को सुगम बनाया गया है। जिससे सौर ऊर्जा से राजस्थान रोशन हो रहा है।

सौर ऊर्जा में 27 और अक्षय ऊर्जा में 16 प्रतिशत की भागीदारी
राज्य की वर्तमान स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता 41,189 मेगावाट तथा सौर ऊर्जा क्षमता 35,337 मेगावाट पहुंच चुकी है। देश की कुल सौर ऊर्जा क्षमता में राजस्थान की भागीदारी 27.2 प्रतिशत और अक्षय ऊर्जा में 16.43 प्रतिशत है। बीते दो वर्षों में राज्य की अक्षय ऊर्जा क्षमता में 17 हजार 820 मेगावाट का इजाफा हुआ है। जिसमें सौर ऊर्जा का योगदान 17,326 मेगावाट है। इसके अतिरिक्त 45 गीगावाट क्षमता की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं प्रगति पर हैं।

विकेन्द्रित सौर ऊर्जा में सिरमौर
सौर ऊर्जा में राजस्थान के बढ़ते प्रभुत्व के पीछे सोलर पार्कों तथा सौर परियोजनाओं के साथ-साथ पीएम-कुसुम एवं पीएम सूर्यघर जैसी योजनाओं का ठोस क्रियान्वयन भी है। इन योजनाओं से राज्य में विकेन्द्रित सौर ऊर्जा को तेजी से बढ़ावा मिला है। कुसुम योजना के कम्पोनेंट-ए एवं कम्पोनेंट-सी के अन्तर्गत बीते दो वर्ष में प्रदेश की गांव-ढ़ाणियों में 2345 मेगावाट क्षमता से अधिक की ग्रिड कनेक्टेड 1047 लघु सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी हैं। इस दृष्टि से राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है। इसी तरह कम्पोनेंट-बी में 51,927 (कुल 1.15 लाख) ऑफ ग्रिड सोलर पम्प स्थापित किए जा चुके हैं। ग्रिड कनेक्टेड संयंत्रों से करीब 1 लाख 54 हजार से अधिक किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली मिल रही है।

जिले में सूर्यघर बिजली योजना बनी संबल
चूरू जिले में पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को संबल मिला है। इस मुफ्त बिजली योजना अन्तर्गत कुल 10.092 मेघवाट के 2453 घरेलू सोलर यंत्र स्थापित हुए हैं।

पीएम कुसुम योजना
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में वर्ष 2024-25 में पीएम कुसुम योजना अन्तर्गत जिले में एक हजार 28 कार्यादेश जारी किए गए। जिसमें 942 सोलर संयत्र स्थापित हुए। 2025 में 3 हजार 339 कार्यदेश जारी किए और सभी कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं।

319 से अधिक मेगावाट
कुसुम योजना अन्तर्गत ही चूरू जिले में 319.38 मेगावाटर सौर ऊर्जा क्षमता के 141 संयंत्राों की स्थापना के लिए कार्यदेश जारी किए गए। निगम के अनुसार इनमें 64 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। जिनसे 139.7 मेगावाट विद्युत उत्पादन प्रारंभ किया जा चुका है।

खेतों में लगाए सोलर सयंत्र
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कृषि और उद्यानकी को बड़ा संबल मिला है। जिले में किसानों के खेतों पर 4 हजार 256 सोलर पंप सयंत्राों की स्थापना करवाई गई। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 2022 हैक्टेयर में क्षेत्र में फव्वारा सयंत्रों की स्थापना की गई।