Vaibhav Suryavanshi Super Striker of the Season: IPL 2025 में अपने पहले ही सीजन में बिहार के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन का अवॉर्ड जीता है। इनाम में उन्हें ऐसा तोहफा मिला है, जिसके इस्तेमाल पर उन्हें भारी भरकम जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके साथ ही सजा भी मिल सकती है।
Vaibhav Suryavanshi Super Striker of the Season: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग का 18वां सीजन खत्म हो चुका है। बीती रात खेले गए आईपीएल 2025 के फाइनल में पंजाब किंग्स के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 6 रन से करीबी जीत दर्ज की है। इसके साथ ही आरसीबी आईपीएल के 18 साल के इतिहास में पहली बार चैंपियन बनी है। इस सीजन में जहां कई अनुभवी प्लेयर्स ने शानदार प्रदर्शन किया है तो कई अनकैप्ड युवा खिलाडि़यों ने भी जबरदस्त प्रतिभा दिखाई है। इन्हीं में से एक हैं राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाजी वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने इस सीजन में एक बढ़कर एक गेंदबाज की जमकर कुटाई की है। जिसके लिए उन्हें एक खास इनाम दिया गया है। लेकिन उन्हें इसका इस्तेमाल करना काफी भारी पड़ सकता है।
आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने 7 मैचों में कुल 252 रन बनाए। इसमें उनका एक विस्फोटक शतक भी शामिल है। अपने पहले ही सीजन में उन्होंने 206.55 के स्ट्राइक रेट गेंदबाजों की धुनाई की है। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 24 छक्के और 18 चौके लगाए। इस शानदार प्रदर्शन के चलते वैभव सोशल मीडिया की सुर्खियों में भी रहे।
इंडियन प्रीमियर में दमदार प्रदर्शन के लिए बिहार के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी को सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन के अवॉर्ड से नवाजा गया है। बतौर इनाम उन्हें टाटा कर्व कार दी गई है। लेकिन अफसोस कि वह खुद इस कार को नहीं चला सकेंगे, क्योंकि नियमानुसार, इसे चलाने के लिए उनकी उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। ऐसे में उन्हें अभी 4 साल और इंतजार करना होगा। अगर उन्होंने इससे पहले ऐसा किया तो इसका उन्हें भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
आईपीएल 2025 फाइनल के बाद वैभव सूर्यवंशी को सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन के अवॉर्ड से नवाजा गया। उन्हें बतौर इनाम टाटा कर्व दी गई। इसी दौरान प्रसिद्ध कमेंटेटर हर्षा भोगले ने चुटकी लेते हुए कहा कि कृपया वैभव सूर्यवंशी को कोई गाड़ी के साथ घर छोड़ आए, क्योंकि इनके पास लीगली ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है।
मोटर वाहन अधिनियम 1988 के सेक्शन 199ए के मुताबिक, अगर कोई नाबालिग गाड़ी चलाता पकड़ा जाता है तो उस पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लग सकता है। इसके साथ ही उसकी गाड़ी के रजिस्ट्रेशन को 12 माह तक के लिए कैंसिल करने का भी प्रावधान है। वहीं, अगर नाबालिग की गाड़ी से कोई हादसा होता है तो उसके माता-पिता को दोषी मानते हुए 3 साल तक की सजा भी मिल सकती है।