यात्रियों के दो जत्थे दो जुलाई को जम्मू निवास से पहलगाम और बालटाल मार्ग से रवाना होंगे। दोनों मार्गों से रवाना होने वाले पहले जत्थों में दो-दो हजार यात्री शामिल होंगे। जत्थों का प्रस्थान दो जुलाई को होगा। यात्रा तीन जुलाई से 9 अगस्त तक जारी रहेगी।
Amarnath Yatra: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का असर अमरनाथ श्रद्धालुओं पर दिखाई नहीं दे रहा है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से अपार उत्साहित अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की तैयारियां फिर से शुरू हो गई है। अब तक देशभर से 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण करा लिया है।
जानकारी के अनुसार जम्मू के भगवती नगर स्थित अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर में 2000 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले यात्री निवास को तैयार किया जा रहा है। हाल की पहलगाम घटना को देखते हुए इस बार तीर्थयात्रियों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए आवास, स्वच्छता, निर्बाध बिजली आपूर्ति, पेयजल की उपलब्धता, चिकित्सा, स्वच्छता मानकों और परिसर के प्रबंधन, सुरक्षित, आरामदायक और सुव्यवस्थित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्ता सुनिश्चित की गई है।
शुरू में चार हजार यात्रियों के दो जत्थे
यात्रियों के दो जत्थे दो जुलाई को जम्मू निवास से पहलगाम और बालटाल मार्ग से रवाना होंगे। दोनों मार्गों से रवाना होने वाले पहले जत्थों में दो-दो हजार यात्री शामिल होंगे। जत्थों का प्रस्थान दो जुलाई को होगा। यात्रा तीन जुलाई से 9 अगस्त तक जारी रहेगी।
निर्बाध रहेगी मोबाइल सेवा
जम्मू-कश्मीर के बाहर के तीर्थयात्रियों को नए सिम कार्ड उपलब्ध करवाएं जाएंगे। इसके लिए यात्रियों को अपने पहचान पत्र देने होंगे। असल में घाटी के इस क्षेत्र में देश के अन्य हिस्सों के प्रीपेड सिम कार्ड बंद हो जाते हें। इसी के साथ जम्मू-कश्मीर परिवहन निगम की ओर से दर्शनीय स्थलों की जानकारी तथा परिवहन सुविधा भी यहां से मिलेगी।
आधार शिविर में पंजीकरण
यदि किसी श्रद्धालु का किसी कारण से पंजीकरण नहीं हो पाया तो भी उनके लिए सुविधा की गई है। जम्मू में आधार शिविर में अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से सक्षम अधिकारी पंजीकरण जारी करेंगे। हालांकि इसके लिए यात्रियों को चिकित्सा प्रमाण पत्र बनावकर लाना होगा।
सरकार का पूरा ध्यान है-
जम्मू-कश्मीर के मुख्य मंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद से हमारी संस्कृति और पर्यटन को बहुत नुकसान पहुंचा है। हम नहीं चाहते कि अमरनाथ यात्रा में कोई व्यावधान हो। अब हमारी सरकार का पूरा ध्यान अमरनाथ यात्रा को सुगम बनाने पर है।