BCCI President Election: बीसीसीआई के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर बेहद ही चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आ रही है। इस दौड़ में शामिल सौरव गांगुली, हरभजन सिंह और किरण मोरे को पछाड़ते हुए पूर्व घरेलू क्रिकेटर मिथुन मिन्हास बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया कि बंद कमरे में हुई गोपनीय बैठक में ये फैसला ले लिया गया है।
BCCI President Election Update: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर बेहद ही चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दावा किया जा रहा है कि पूर्व घरेलू क्रिकेटर मिथुन मन्हास को बीसीसीई का अगला अध्यक्ष बनाया जाना तय हो गया है। इस पर अंतिम फैसला 28 सितंबर को होने वाली वार्षिक आम बैठक (AGM) में अंतिम निर्णय होने की उम्मीद है, लेकिन कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि मिथुन मन्हास को पहले ही शीर्ष विकल्प के रूप में चुन लिया गया है। बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ का प्रतिनिधित्व करते हुए वह अपना नामांकन आज रविवार को दाखिल कर सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, ये घटनाक्रम शनिवार रात दिल्ली में बंद कमरे में हुई गोपनीय बैठक में लिया गया है। इस बैठक में वरिष्ठ प्रशासकों और निर्णयकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कई रिपोर्टों के अनुसार, सर्वसम्मति से यह तय हुआ कि मन्हास ही बिन्नी की जगह लेने के लिए उम्मीदवार होंगे। यह पहली बार है, जब कोई अनकैप्ड खिलाड़ी बीसीसीआई का अध्यक्ष बनेगा, जो निश्चित रूप से आश्चर्यजनक की बात है, क्योंकि सौरव गांगुली, हरभजन सिंह और फिर किरण मोरे के नाम की भी चर्चा चली थी।
28 सितंबर को होने वाली वार्षिक आम बैठक में न केवल अध्यक्ष पद पर, बल्कि बोर्ड के अन्य प्रमुख पदों पर भी स्थिति साफ हो जाएगी। सौरव गांगुली और हरभजन सिंह अपने-अपने राज्य संघों के प्रतिनिधि के रूप में इस बैठक में शामिल होंगे। हालांकि इस बार दोनों में से किसी को भी कोई प्रमुख भूमिका मिलने की संभावना नहीं नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर रघुराम भट को भी शीर्ष पद के लिए विचार किया गया था, लेकिन उन्हें शीर्ष परिषद में कोई और पद दिए जाने की संभावना ज़्यादा है।
वर्तमान स्थिति के अनुसार, सचिव देवजीत सैकिया, संयुक्त सचिव रोहन देसाई, कोषाध्यक्ष प्रभतेज सिंह भाटिया और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला सहित कई पदाधिकारियों के अपने पद बरकरार रखने की उम्मीद है। अरुण धूमल का आईपीएल अध्यक्ष के रूप में दर्जा अभी भी सवालों के घेरे में है और इस बात पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या वे कूलिंग-ऑफ क्लॉज के अंतर्गत आते हैं।
बता दें कि 45 वर्षीय मिथुन मन्हास ने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है, लेकिन वह अपने समय में भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से रहे हैं। 18 साल के प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 157 मैचों में 9,714 रन बनाए हैं। उनका लिस्ट ए रिकॉर्ड भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जिसमें उन्होंने 130 मैच खेले हैं।
मिथुन मन्हास आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके हैं और वह रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के कप्तान भी रह चुके हैं। हालांकि वह बीसीसीआई के दो हालिया अध्यक्ष सौरव गांगुली या रोजर बिन्नी जैसा बड़ा नाम नहीं हैं। उनका अध्यक्ष बनना जम्मू-कश्मीर क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। जम्मू-कश्मीर में प्रशासक के रूप में काम करने के बाद मन्हास अब विश्व क्रिकेट के सबसे शक्तिशाली अध्यक्षों में से एक बनने को तैयार हैं।