भारत और इंग्लैंड के बीच 137 टेस्ट मैचों के इतिहास में सिर्फ़ दो बार ही किसी टीम ने एक पारी में 700 से ज़्यादा रन बनाए हैं! एक बार भारत ने चेन्नई में करुण नायर की ऐतिहासिक पारी से यह मुकाम हासिल किया, तो दूसरी बार इंग्लैंड ने बर्मिंघम में एलेस्टेयर कुक की शानदार बल्लेबाज़ी से यह कारनामा किया।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में मेजबान टीम पहला टेस्ट जीतकर 1-0 से आगे है। दूसरा मुकाबला 2 जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा। इस मैदान पर टीम इंडिया को इतिहास में कभी जीत नहीं मिली है। जीतना तो दूर यहां मैच ड्रॉ ल 1932 से अब तक कुल 137 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिसमें दो बार पारी में 700 से ज्यादा रन बने।इनमें एक बार भारत ने यह कारनामा किया, तो एक बार इंग्लैंड ने पारी में 700 से ज्यादा रन बनाए। आइए, इन मुकाबलों के बारे में जानते हैं।
यह मुकाबला 16-20 दिसंबर 2016 के बीच चेन्नई में खेला गया था, जिसमें भारत ने अपनी पहली पारी 759/7 के स्कोर पर घोषित कर दी। टीम इंडिया को यहां तक पहुंचाने में करुण नायर की अहम भूमिका रही, जिन्होंने 381 गेंदों में 303 रन की नाबाद पारी खेली। इस दौरान करुण नायर के बल्ले से चार छक्के और 32 चौके देखने को मिले। करुण नायर के अलावा केएल राहुल ने पारी में 199 रन बनाए। रविचंद्रन अश्विन (67) और रविंद्र जडेजा (51) ने टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।
इंग्लैंड की पहली पारी 477 रन पर सिमटी थी। अगली पारी में उसे भारतीय गेंदबाजों ने महज 207 रन पर ढेर कर दिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने मुकाबला पारी और 75 रन से अपने नाम कर लिया।
यह मैच 10-13 अगस्त 2011 के बीच बर्मिंघम में खेला गया था, जिसे इंग्लैंड ने पारी और 242 रन से अपने नाम किया। टीम इंडिया को पहली पारी में 224 रन पर समेटने के बाद इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 710/7 के स्कोर पर घोषित की। इंग्लैंड की टीम को इस विशाल स्कोर तक पहुंचाने में एलेस्टेयर कुक का अहम योगदान रहा, जिन्होंने 545 गेंदों का सामना करते हुए 294 रन बनाए। इस दौरान 33 चौके उनकी पारी में शामिल थे।
कुक के अलावा इयोन मोर्गन ने इंग्लैंड की पारी में 104 रन का योगदान दिया। टिम ब्रेसनन (53) और केविन पीटरसन (63) भी अर्धशतक पूरे करने वाले खिलाड़ी रहे। भारत की दूसरी पारी महज 244 रन पर सिमट गई। कप्तान एम एस धोनी ने नाबाद 74 रन बनाए, लेकिन इस हार को नहीं टाल सके।