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600 से ज्यादा विकेट लेने वाले इस पूर्व पेसर के निधन से क्रिकेट जगत में दौड़ी शोक की लहर

Ken Shuttleworth Passed Away: इंग्लैंड के पूर्व पेसर केन शटलवर्थ का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। इस खिलाड़ी का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन लाजवाब रहा, उन्‍होंने प्रथम श्रेणी में 600 से ज्यादा विकेट अपने नाम किए। वहीं, इंग्‍लैंड के लिए सिर्फ पांच टेस्‍ट में उन्‍होंने 35 विकेट चटकाए।

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Aug 27, 2025
क्रिकेट ग्राउंड। (फोटो सोर्स: IANS)

Former Cricketer Ken Shuttleworth Passed Away: पूर्व तेज गेंदबाज केन शटलवर्थ के निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। इंग्‍लैंड के इस पूर्व खिलाड़ी ने 79 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली है। इंग्लैंड के लिए 1970 में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले केन का अंतरराष्‍ट्रीय करियर एक साल से भी कम रहा। उन्‍होंने नवंबर 1970 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में टेस्‍ट डेब्‍यू करते हुए 5 विकेट चटका डाले। उन्‍होंने अपना आखिरी टेस्ट जून 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला। इस तरह उनका टेस्‍ट करियर काफी छोटा रहा। उन्‍होंने इंग्लैंड के लिए सिर्फ 5 टेस्ट 35.58 के औसत से 35 विकेट लिए। वहीं, उन्‍होंने इंग्‍लैंड के लिए एकमात्र वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक विकेट लिया।

प्रथम श्रेणी में 623 विकेट

केन शटलवर्थ का जन्‍म 13 नवंबर 1944 को लंकाशायर के सेंट हेलेन्स में हुआ था। अंतरराष्‍ट्रीय के मुकाबले उनका घरेलू क्रिकेट करियर काफी लंबा रहा। केन ने 1964 से 1980 तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कुल 239 मैचों में 623 विकेट लिए। इस दौरान उनके बल्‍ले से 2589 रन भी आए। वहीं, लिस्ट-ए क्रिकेट में उन्होंने 129 मैचों में 174 विकेट के साथ 374 रन बनाए।

लंकाशायर और लीसेस्टरशायर के लिए खेले केन

केन लंकाशायर और लीसेस्टरशायर के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले। लंकाशायर के लिए उन्‍होंने 22.92 के औसत से 484 विकेट लिए फिर बाद में लीसेस्टरशायर के लिए खेलते हुए 99 विकेट अपने नाम दर्ज किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लेटन में एसेक्स के खिलाफ 1968 में 41 रन देकर 7 विकेट लेना रहा।

लंकाशायर के हॉल ऑफ फेम में हुए शामिल

1970 के दशक में जब ODI क्रिकेट गति पकड़ रहा था तब केन लंकाशायर के लिए अहम योगदान दे रहे थे। जब उनकी टीम ने 1970, 1971 और 1972 में जिलेट कप जीतने की हैट्रिक के साथ 1969 और 1970 में दो संडे लीग टाइटल भी जीते थे। गैरी सोबर्स के विकेट समेत 13 रन देकर 5 विकेट लेना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। 1975 में लीसेस्टरशायर जाने के बाद केन ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। कुछ साल बाद उन्‍होंने प्रथम श्रेणी अंपायर के रूप में क्रिकेट में वापसी की। 2021 में लंकाशायर के हॉल ऑफ फेम में केन शटलवर्थ को शामिल किया गया।

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