Team India Squad for Champions Trophy: चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम घोषित होने के बाद पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने करुण नायर को नहीं चुने जाने पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। भज्जी ने अगरकर से तीखा सवाल पूछा कि जब आप घरेलू सुपरस्टार को नहीं चुनते तो फिर घरेलू क्रिकेट खेलने का क्या मतलब है?
Team India Squad for Champions Trophy: भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के साथ शनिवार 18 जनवरी को चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया। इस स्क्वॉड में करुण नायर का नाम नहीं शामिल किया गया, जिस पर हरभजन सिंह ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है, क्योंकि नायर ने विजय हजारे ट्रॉफी में 752 के औसत से रन बनाए हैं। अगरकर ने यह कहते हुए उनके नाम को खारिज कर दिया कि उनके लिए कोई स्लॉट खाली नहीं है। इससे गुस्साए पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने चीफ सेलेक्टर से तीखा सवाल पूछा है कि जब आप घरेलू सुपरस्टार का चयन ही नहीं करते तो फिर घरेलू क्रिकेट खेलने का क्या मतलब है?
हरभजन सिंह ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए सवाल किया कि जब आप प्लेयर्स का फॉर्म और प्रदर्शन के आधार पर चयन नहीं करते हैं तो फिर घरेलू क्रिकेट खेलने का क्या मतलब है? भज्जी ने अपनी इस पोस्ट में हैशटैग करते हुए करुण नायर का जिक्र किया। बता दें कि करुण नायर का विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल से पहले औसत 7 मैचों में 752 का था। उन्होंने सात मैचों में क्रमश: 122*(108), 44*(52), 163*(107), 111*(103), 112(101), 122*(82), 88*(44) रन की पारियां खेलीं। हालांकि, फाइनल में वह प्रसिद्ध कृष्णा की एक खतरनाक गेंद पर बोल्ड हो गए।
दरअसल, करुण नायर ने भारत के लिए आखिरी मुकाबला मार्च 2017 में खेला था। वहीं, अब विजय हजारे ट्रॉफी में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने फिर से टीम इंडिया के दरवाजे पर दस्तक दी थी। भले ही उनकी टीम विजय हजारे ट्रॉफी नहीं जीत सकी है, लेकिन नायर ने पूरे टूर्नामेंट में 389.50 के बेमिसाल औसत से 779 रन बनाए हैं। इस टूर्नामेंट में उन्होंने चार नाबाद शतकों के साथ कुल 5 शतक और एक अर्धशतक जड़ा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि नायर की फिर से टीम इंडिया में वापसी का रास्ता साफ हो गया है, लेकिन ऐसा हो न सका।
चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर ने माना है कि उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया। आगरकर ने टीम की घोषणा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वाकई बहुत खास प्रदर्शन है और कोई ऐसा खिलाड़ी जिसका औसत 700+ हो, हमने इस संबंध में चर्चा की थी। इसमें कोई शक नहीं है, जब ऐसे प्रदर्शन होते हैं। हालांकि इस टीम में उनके लिए जगह बना पाना बहुत मुश्किल है।