IND vs NZ Final: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भारतीय टीम रविवार को फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। इससे पहले जानते हैं कि अब तक टूर्नामेंट में 11 खिलाड़ियों ने कैसा प्रदर्शन किया और और उनकी क्या जिम्मेदारियां हैं।
IND vs NZ Final: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम का सफर अभी तक बेहद शानदार रहा है और वो लगातार चार मैच जीतकर फाइनल में पहुंची है। अब चैंपियन बनने के लिए टीम इंडिया को सिर्फ एक जीत की ओर दरकार है। इसके लिए भारतीय टीम को न्यूजीलैंड की चुनौती से पार पाना होगा। उम्मीद है कि सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त देने वाली टीम ही फाइनल में भी उतरेगी। आइए, बताते हैं कि इन 11 खिलाड़ियों का इस टूर्नामेंट में कैसा प्रदर्शन रहा और उनकी क्या-क्या जिम्मेदारियां हैं।
बतौर ओपनर रोहित शर्मा पर शुरुआती 10 ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने की जिम्मेदारी है, फिर भले ही वह जल्द आउट क्यों न हो जाएं। इसके साथ ही उन कप्तानी की भी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के 4 मैच में 104 रन बनाए हैं।
एक छोर पर डटे रहने और लंबी पारी खेलना। यदि रोहित जल्द आउट हो जाएं तो उनकी जिम्मेदारी गिल लेते हैं और तेज गति से रन बनाते हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट के 4 मैचों में 157 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक भी आया है।
विराट पर आखिरी ओवर तक डटे रहने की जिम्मेदारी है। वह पारी को संभालते हैं और दूसरे बल्लेबाजों संग साझेदारी करते हैं। उन्होंने अब तक 4 मैचों में 217 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से एक अर्ध शतक और एक शतक भी आया है।
श्रेयस मध्यक्रम को मजबूती देते हैं। यदि ओपनर जल्द आउट हो जाएं तो पारी संभालने की जिम्मेदारी, यदि अच्छी शुरुआत मिले तो तेज गति से रन बनाते हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट के 4 मैचों में 195 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक आए हैं।
अक्षर पर दोहरी जिम्मेदारी है। वह पांचवें नंबर पर परिस्थितियों के अनुसार धीमी और तेज गति से बल्लेबाजी करते हैं। पावरप्ले में गेंदबाजी कर रन गति पर अंकुश लगाते हैं। उन्होंने 4 मैचों में 80 रन और 5 विकेट चटकाए हैं।
विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाते हैं। उनकी तकनीक अच्छी है और वह छठे नंबर पर टीम को मजबूती देते हैं। तेज गति से भी रन बना सकते हैं। उन्होंने 4 मैचों में 106 रन बनाए हैं।
नई बॉल से गेंदबाजी की कमान संभालते हैं। टीम के दूसरे प्रमुख तेज गेंदबाज हैं। आखिरी ओवरों में तेज गति से रन बनाने में माहिर हैं। उन्होंने 4 मैचों में 81 रन बनाने के साथ 4 विकेट चटकाए हैं।
शानदार बल्लेबाज, गेंदबाज और श्रेत्ररक्षक, जडेजा पर बीच के ओवरों में विकेट चटकाने और निचलेक्रम पर तेज बल्लेबाजी करने की जिम्मेदारी है। उन्होंने इस टूर्नामेंट के 4 मैचों में 21 रन बनाने के साथ 4 विकेट झटके हैं।
नई बॉल से कमान संभालने की प्रमुख जिम्मेदारी मोहम्मद शमी के पास है। डेथ ओवरों में शमी रनों पर अंकुश भी लगाते हैं। उन्होंने 4 मैचों में सर्वाधिक 8 विकेट चटकाए हैं।
भारतीय स्पिन गेंदबाजी के प्रमुख, वह बीच के ओवर हों या आखिरी के ओवर, उनका काम रन रोकते हुए विकेट चटकाना है। उन्होंने 4 मैचों में कुल पांच विकेट झटके हैं।
सिर्फ तीन वनडे खेलने वाले वरुण को मिस्ट्री स्पिनर कहा जाता है। उनका काम भी रनों पर अंकुश लगाते हुए विकेट लेना है। उन्होंने इस टूर्नामेंट के 2 मैचों में कुल सात विकेट चटकाए हैं।