सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एयरपोर्ट पर विराट कोहली प्रज्ञान ओझा से लंबी और गंभीर बातचीत करते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो इस बात का संकेत दे रहा है कि मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
Virat Kohli-Gautam Gambhir Rift, India vs South Africa 2nd ODI: पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली और मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। टीम के अंदर सीनियर खिलाड़ियों और हेड कोच के बीच 'कोल्ड वॉर' जैसे हालात बन गए हैं, जिनकी चर्चा मीडिया और सोशल मीडिया पर जोरों पर है। इन खबरों को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने स्थिति को संभालने के लिए तुरंत कदम उठाया है।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में होने वाले दूसरे वनडे से ठीक पहले बीसीसीआई ने सलेक्शन कमेटी के सदस्य और पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा को टीम के साथ भेजा है। ओझा का मुख्य काम विराट कोहली और गौतम गंभीर से अलग-अलग बात करके दोनों के बीच चल रही गलतफहमी व तनाव को दूर करना है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एयरपोर्ट पर विराट कोहली प्रज्ञान ओझा से लंबी और गंभीर बातचीत करते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो इस बात का संकेत दे रहा है कि मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विवाद की जड़ विजय हजारे ट्रॉफी है। बीसीसीआई चाहता है कि टेस्ट सीरीज से पहले सभी सीनियर खिलाड़ी घरेलू वनडे टूर्नामेंट में हिस्सा लें, ताकि वे लय हासिल कर सकें। पूर्व कप्तान रोहित शर्मा इस नियम को मानने के लिए तैयार हो गए हैं और मुंबई की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी खेलते नजर आ सकते हैं, लेकिन लंदन में परिवार के साथ रह रहे विराट कोहली अभी तक इसके लिए सहमत नहीं हुए हैं।
कोहली का मानना है कि उन्हें अतिरिक्त मैचों से ज्यादा तैयारी की जरूरत नहीं है। रांची वनडे में प्लेयर ऑफ द मैच रहने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने स्पष्ट कहा था, "मैं कभी भी बहुत ज्यादा क्रिकेट खेलकर तैयारी करने में विश्वास नहीं करता।" उनकी यह सोच बीसीसीआई के मौजूदा घरेलू क्रिकेट अनिवार्यता के नियम से टकरा रही है। बोर्ड किसी एक खिलाड़ी के लिए नियम में छूट देने के मूड में नहीं है, क्योंकि इससे दूसरे खिलाड़ियों में नाराजगी फैल सकती है।
फिलहाल रोहित शर्मा और विराट कोहली केवल वनडे फॉर्मेट में भारत के लिए खेल रहे हैं और दोनों अभी अच्छी टच में भी हैं, जैसा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रही सीरीज में दिख रहा है। लेकिन घरेलू क्रिकेट में भागीदारी को लेकर दोनों के रुख में अंतर ने बीसीसीआई के सामने एक जटिल स्थिति पैदा कर दी है।