इंग्लैंड दौरे और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद में असफल रहे साई सुदर्शन को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने पर सवाल उठने शुरू हो गए थे। शायद दिल्ली टेस्ट में खुद को साबित करने के लिए उनके पास आखिरी मौका था, जिसे भुनाने में सफल रहे, लेकिन वह पहले टेस्ट शतक से चूक गए।
भारतीय क्रिकेट टीम ने अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम नई दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे सीरीज के दूसरे और आखिरी टेस्ट में पहले दिन के खेल की समाप्ति तक 2 विकेट पर 318 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली थी। इसमें तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए साई सुदर्शन की 87 रन की पारी भी शामिल है। हालांकि, शतक के करीब आकर चूक जाने से सुदर्शन निराश हैं। लगातार तीन नंबर पर खराब प्रदर्शन के चलते आलोचकों का निशाना बन रहे सुदर्शन के लिए शायद ये आखिरी मौका था, जिसे भुनाने में सफल रहे, लेकिन अपने पहले टेस्ट शतक से चूक गए।
सुदर्शन ने कहा कि मैं अपनी इस पारी के लिए निश्चित रूप से आभारी हूं, लेकिन हमेशा आपके मन में एक छोटी सी ख्वाहिश होती है कि शतक पूरा हो जाए। इसलिए मैं और ज्यादा की उम्मीद कर रहा था। यह एक अच्छा योगदान था और यशस्वी जायसवाल के साथ मेरी एक बेहतरीन साझेदारी रही। मैं इस बार रन बनाने के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा था और थोड़ा स्वाभाविक अंदाज में खेलने की कोशिश कर रहा था।
जियोहॉटस्टार पर सुदर्शन ने भारतीय टीम की रणनीति का भी खुलासा करते हुए कहा कि हम यथासंभव लंबे समय तक बल्लेबाजी करना चाहते हैं और सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाना चाहते हैं। हमारे दिमाग में कोई निश्चित संख्या नहीं है, लेकिन हमारा लक्ष्य वेस्टइंडीज को दो बार बल्लेबाजी करने पर मजबूर करना है।
सुदर्शन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। टीम इंडिया मैनेजमेंट को उम्मीद है कि वे इस नंबर पर पुजारा की कमी पूरी करेंगे। साई सुदर्शन इंग्लैंड दौरे पर सफल नहीं रहे थे। अहमदाबाद में खेले गए इस सीरीज के पहले टेस्ट में भी वह असफल रहे थे। इस वजह से प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह पर सवाल उठने शुरू हो गए थे। दिल्ली टेस्ट उनके लिए आखिरी मौके की तरह था, लेकिन बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 87 रन की पारी खेल टीम मैनेजमेंट की अपने प्रति दिखाए भरोसे को सही साबित किया।
पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने यशस्वी जायसवाल के नाबाद 173 रन की मदद से 2 विकेट के नुकसान पर 318 रन बना लिए हैं। आज खेल दूसरे पूरे दिन भारतीय टीम बल्लेबाजी करना चाहेगी, ताकि वह बड़ी बढ़त हासिल कर वेस्टइंडीज को दो बार आउट कर पारी के साथ बड़ी जीत दर्ज कर सके।