फुलटाइम कप्तान बनने के बाद सूर्या का फॉर्म चिंताजनक हैं। कप्तान बनाने के बाद उन्होंने 15 मैचों में 17.2 की औसत से केवल 258 रन बनाए हैं। इस दौरान वो दो अर्धशतक जड़ने में सफल रहे।
Suryakumar Yadav, India vs England T20: भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। कभी मैदान के चारों ओर लंबे -लंबे छक्के बरसाने वाले सूर्या कप्तान बनाने के बाद से संघर्ष करते हुए नज़र आ रहे हैं। उनका बल्ल पूरी तरह से शांत है और ऐसा ही कुछ इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पांच मैचों की टी20 सीरीज में भी हुआ।
इस सीरीज में सूर्य का बुरा हाल था और पांचों मुकाबलों में वे पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए। भारतीय कप्तान ने पांच पारियों में 5.6 के शर्मनाक औसत से मात्र 28 रन बनाए हैं। यह उनके करियर में तीन या उससे ज्यादा मैच की टी20 सीरीज में दूसरे सबसे शर्मनाक प्रदर्शन है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई चार मैच की सीरीज में उन्होंने चार पारियों में 8.66 की औसत से 26 रन बनाए थे। यह किसी भी भारतीय कप्तान का टी20 सीरीज में सबसे खराब औसत है।
इंग्लैंड के खिलाफ सूर्या कोलकाता में खेले गए पहले मैच में सूर्या बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे। वहीं चन्नई में खेल गए दूसरे टी20 मुक़ाबले में वे 12 रन बनाकर ब्राइडन कार्स की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। राजकोट में खेले गए तीसरे टी20 में वे 14 रन बनाकर आउट हुए। चौथे टी20 में एक बार फिर सूर्य डक पर पवेलियन लौटे, वहीं पांचे टी20 में वे 2 रन पर आउट हुए।
टी20 में डेब्यू करने के बाद सूर्या के बल्ले से रनों का सैलाब देखने को मिला था। लेकिन टी20 में फुलटाइम कप्तान बनने के बाद सूर्या का फॉर्म चिंताजनक हैं। कप्तान बनाने के बाद उन्होंने 15 मैचों में 17.2 की औसत से केवल 258 रन बनाए हैं। इस दौरान वो दो अर्धशतक जड़ने में सफल रहे।
सूर्यकुमार यादव ने पिछले साल श्रीलंका दौरे के जरिए टी20 में भारत के फुलटाइम कप्तान की जिम्मेदारी संभाली थी। उस सीरीज के पहले मुक़ाबले में 223.07 की स्ट्राइकरेट से बल्लेबाजी करते हुए सूर्या ने 36 गेंद पर 58 रनों की पारी खेली थी। उसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी टी20 में 214.28 की स्ट्राइक रेट से 35 गेंद पर 78 रन बनाए थे।
टी20 करियर पर नज़र डाली जाये तो सूर्यकुमार यादव भारत के लिए अबतक 83 मैचों की 79 पारियों में 38.21 की औसत से 2598 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से चार शतक और 21 अर्धशतक आए हैं। उनकी कप्तानी पर नज़र डाली जाये तो भारत ने उनके नेतृत्व में अबतक 23 मुकबाले खेले हैं। इसमें से 18 में भारत को जीत मिली है, वहीं चार मुक़ाबले हारे हैं। एक मैच टाई रहा है। उनका विनिंग प्रतिशत 78.26 रहा है।