अहमदाबाद में पहले टेस्ट में भारत से वेस्टइंडीज की करारी हार के बाद, हेड कोच नाराज़ हैं। उन्होंने कहा कि वे इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि वेस्टइंडीज क्यों पिछले चार दशकों से भारत में कोई सीरीज क्यों नहीं जीत पाया है। उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि अब मैं जांच के घेरे में हूं। लेकिन समस्या की जड़ दो साल पहले शुरू नहीं हुई थी। यह बहुत पहले से चली आ रही है।"
Darren Sammy, India vs West Indies Test: भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मुक़ाबला कल यानि 10 अक्तूबर से खेला जाएगा। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मैच से पहले वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और मुख्य कोच डेरेन सैमी अपनी टीम को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
अहमदाबाद में पहले टेस्ट में भारत से वेस्टइंडीज की करारी हार के बाद, हेड कोच नाराज़ हैं। उन्होंने कहा कि वे इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि वेस्टइंडीज क्यों पिछले चार दशकों से भारत में कोई सीरीज क्यों नहीं जीत पाया है। उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि अब मैं जांच के घेरे में हूं। लेकिन समस्या की जड़ दो साल पहले शुरू नहीं हुई थी। यह बहुत पहले से चली आ रही है।"
सैमी ने इस संकट की तुलना कैंसर से की जो कई पीढ़ियों में फैल चुकी है। सैमी ने कहा, 'यह एक कैंसर की तरह है जो सिस्टम में पहले से है। अगर आप कैंसर का इलाज नहीं करते, तो आप जानते हैं क्या होता है। चूंकि यह ब्रेस्ट कैंसर माह है, इसलिए यह उदाहरण देना सही होगा। हमारी समस्याएं सतह पर नहीं हैं; वे हमारी जड़ों में हैं।'
सैमी ने कहा कि पहले टेस्ट में पारी और 140 रन से मिली हार ने एक बार फिर दिखा दिया कि वेस्टइंडीज और दुनिया की शीर्ष टीमों के बीच कितना बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा कि हम केवल उन्हीं खिलाड़ियों के साथ काम कर सकते हैं जो हमारे पास हैं और जो तैयार हैं। दुनिया की कुछ फ्रेंचाइजी टीमों की तुलना में हमारी स्थिति कमजोर है।
वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा ने भी टीम की हालिया गिरावट के लिए धन और तकनीक की कमी को ज़िम्मेदार ठहराया, लेकिन साथ ही खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन के लिए और ज़्यादा जुनून दिखाने का आह्वान भी किया। अहमदाबाद टेस्ट में हार के बाद, टेस्ट कप्तान रॉस्टन चेज ने कैरेबियाई टीम में "बुनियादी ढांचे की समस्याओं" और "वित्तीय संघर्ष" की निरंतर समस्या पर प्रकाश डाला। क्रिकेट वेस्टइंडीज की क्रिकेट रणनीति से संबंधित समिति, जिसके लारा और चेज दोनों सदस्य हैं, ने इस पर चर्चा की थी।
लारा ने मंगलवार को मुंबई में सिएट क्रिकेट रेटिंग अवार्ड्स के मौके पर कहा, "अगर आप कुछ करना चाहते हैं, तो आपके पास उसे करने के लिए पूंजी होनी चाहिए। इसलिए यह एक अहम भूमिका निभाता है।" उन्होंने आगे कहा, "लेकिन साथ ही, मैं रॉस्टन चेज और बाकी खिलाड़ियों से यह पूछना चाहूंगा कि क्या उनके दिल में क्रिकेट है? क्या वे सचमुच वेस्टइंडीज के लिए खेलना चाहते हैं? और यही सबसे जरूरी बात है क्योंकि आपको कोई न कोई रास्ता जरूर मिल जाएगा।"
लारा ने कहा, "मेरा मतलब है कि 30-40 साल पहले हमारे पास बेहतर सुविधाएं नहीं थीं। विव रिचर्ड्स ने किसी बेहतर अभ्यास पिच या किसी भी चीज पर बल्लेबाजी नहीं की थी। हमें वही काम करना था, वही मेहनत करनी थी; लेकिन जुनून अलग था। वेस्टइंडीज के लिए खेलने का जुनून अलग था। इसलिए मैं युवा खिलाड़ियों से आग्रह करता हूं कि वे इस बात को समझें कि यह एक शानदार अवसर है। और मुझे पूरा यकीन है कि हर माता-पिता के मन में यह सपना रहा होगा कि उनका बेटा वेस्टइंडीज के लिए खेले, उनका बेटा वेस्टइंडीज के लिए अच्छा प्रदर्शन करे क्योंकि उन दिनों यह बहुत मायने रखता था।"
लारा ने कहा, "इसलिए मैं (वेस्टइंडीज के वित्तीय संघर्ष पर चेज़) से सहमत हूं, लेकिन मेरा अब भी मानना है कि प्रत्येक युवा खिलाड़ी पर वेस्टइंडीज के लिए खेलने के प्रति प्रेम और इच्छा पैदा करने की ज़िम्मेदारी है।" लारा ने यह भी माना कि खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी क्रिकेट में आकर्षक सौदों की तलाश के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए, और सीडब्ल्यूआई को उनके लिए इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना आर्थिक रूप से आकर्षक बनाने का कोई तरीका ढूंढ़ना होगा।