Moeen Ali: कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑलराउंडर मोईन अली ने खुलासा किया कि जब भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था, तब उनके माता-पिता पीओके में थे।
Moeen Ali: कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के ऑलराउंडर मोईन अली ने अपने परिवार के लिए चिंता के उन क्षणों को लेकर विचार साझा किया है, जब पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना की ओर से "ऑपरेशन सिंदूर" शुरू किया गया था। उस वक्त भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सटीक हमले किए थे। इस दौरान मोईन अली अपनी पत्नी और बच्चों के साथ भारत में ही थे और वह IPL खेल रहे थे।
भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संघर्ष के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 को रोक दिया गया था। यहां यह बता दें कि मोईन अली उन विदेशी खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद आईपीएल सीजन 18 के फिर से शुरू होने पर भारत लौटने का फैसला नहीं किया।
मोईन अली ने 'बीयर्ड बिफोर विकेट' पॉडकास्ट पर बात करते हुए खुलासा किया कि कि भारतीय सेना की ओर से 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू होने के समय उनके माता-पिता पीओके में थे। कोलकाता नाइट राइडर्स के क्रिकेटर ने बताया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के जिस हिस्से में मिसाइल से हमले हुए थे, उस जगह से एक घंटे की दूरी पर ही उनके माता-पिता था। इन हमलों के बाद घरवालों ने अगली फ्लाइट से पीओके छोड़ दिया था। किसी तरह वहां से उनके निकलने से बहुत खुशी हुई थी, लेकिन ये सब देखना मेरे लिए खतरनाक था।
उन्होंने बताया कि भारत के बाद पाकिस्तान ने भी हमला किया। ऐसा महसूस हुआ कि हम युद्ध के बीच फंस गए हैं। हालाकि हमें किसी भी तरह के धमाकों की आवाज नहीं आई। हम जल्द से जल्द परिवार के साथ भारत को छोड़ना चाहते हैं। मैं अपने घरवालों के लिए बहुत परेशान हो गया था।
आईपीएल रोके जाने पर मोईन अली ने कहा, लोगों को ठीक से पता नहीं था कि क्या हो रहा है या चीजें कैसी हैं। मैंने बहुत से लोगों से बात की। उनमें से कुछ का कहना था, 'युद्ध नहीं होगा; सब कुछ ठीक हो जाएगा। ये चीजें पहले भी हो चुकी हैं। कुछ लोगों का कहना था, 'मुझे लगता है कि युद्ध होगा। मुझे लगता है कि किसी तरह का प्रतिशोध होगा या आप इसे जो भी नाम देना चाहें। इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि वह उड़ानों के रद्द होने से सबसे ज्यादा चिंतित थे, क्योंकि विदेशी खिलाड़ी बेसब्री से वापस लौटना चाहते थे।
हमें सबसे ज्यादा इस बात का डर था कि कहीं फ्लाइट कैंसिल ना हो जाए, वरना हम भारत में ही फंसे रह जाएंगे। भारत और पाकिस्तान में मौजूद विदेशी खिलाड़ियों के लिए बहुत मुश्किल समय था।