Yograj Singh support to Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान 2023 से जेल की सजा काट रहे हैं। हाल ही में एक भ्रष्टाचार के मामले में उन्हें 17 साल की कठोर जेल की सजा सुनाई है। इसी बीच भारतीय पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने इमरान खान का समर्थन नहीं करने पर पाक क्रिकेटरों को खरी-खरी सुनाई है।
Yograj Singh support to Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान 2023 से जेल की सजा काट रहे हैं। हाल ही में एक भ्रष्टाचार के मामले में इमरान और उनकी बीवी बुशरा खान को फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की विशेष अदालत ने 17-17 साल की कठोर जेल की सजा सुनाई है। इस तरह इमरान को अब तक अलग-अलग मामलों में 62 साल जेल की सजा सुनाई जा चुकी है। उन पर करीब 189 केस चल रहे हैं। इतने केस दर्ज होने का यह पहला मामला है। हालांकि इमरान सभी आरोपों को खारिज करते रहे हैं। उनकी पार्टी ने तमाम केसों को राजनीति से प्रेरित बताया है। इसी बीच भारतीय पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने इमरान को पाकिस्तान का बाप बताते हुए उनका सपोर्ट न करने पर पाक क्रिकेटरों को खरी-खरी सुनाई है।
योगराज सिंह की एक रील सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें वह पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि जब आप क्रिेकेट खेलते थे और कच्चे घरों में रहते थे, कोई बाप था आपका… आपका एक ही बाप है और वो है इमरान खान। ये वकार यूनुस साहब… जब साइकिल चलाते थे तो पजामे को क्लिच-प्लेट लगाके चलते थे, ताकि पजामा बीच में ना आ जाए।
उन्होंने कहा कि यूसुफ योहाना क्या करते थे या इंजमाम उल हक क्या करते थे… या वसीम अकरम साहब क्या करते थे… जब टीम बन गई तो उसके बाद आपको वे आपको टीम में लेकर गए। उस आदमी को भूल गए क्या तुम लोग। तुमने सीखा उससे कुछ… इमरान खान आज अपने देश के लिए जेल की सजा काट रहा है। क्रिकेट के लिए उन्होंने क्या किया… अगर इमरान खान ना होते तो आज ये जितने भी दिग्गज आज कमेंट्री कर रहे है ना… इन्हें नौकरी भी नहीं मिलती और ये टके-टके के लिए… इनको शर्म आनी चाहिए… ये आज बकवास कर रहे हैं।
बता दें कि पाकिस्तान के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटरों में शुमार रहे इमरान खान की कप्तानी में ही 1992 में पाक ने अपना पहला वर्ल्ड कप खिताब जीता था। क्रिकेट से संन्यास के बाद वह राजनीति में आ गए और अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का गठन किया। लंबे समय तक संघर्ष के बाद उन्होंने 2018 के चुनाव में बड़ी जीत दर्ज की और वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने, लेकिन 2022 में बहुमत साबित नहीं कर पाने के चलते सरकार गिर गई। इसके बाद से उनके लिए मुश्किलें बढ़ती चली गईं और 2023 में उन्हें गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया।