Drug injection smuggling: आबकारी विभाग की उडऩदस्ता टीम ने मेडिकल कॉलेज से लगे पुलिया के पास दबोचा, नशीले इंजेक्शन सप्लाई करने की मुखबिर से मिली थी सूचना
अंबिकापुर। नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ आबकारी व पुलिस विभाग की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में आबकारी उडऩदस्ता की टीम ने सोमवार की शाम मुखबिर की सूचना पर नशीले इंजेक्शन (Drug injection smuggling) के सप्लायर को गिरफ्तार कर उसके पास से 178 नग इंजेक्शन बरामद किया है। जब्त इंजेक्शन की कीमत 1 लाख 75 हजार रुपए बताई जा रही है। आरोपी पहले भी कई बार आबकारी व पुलिस विभाग को चकमा दे चुका था, लेकिन इस बार पकड़ में आ गया।
आबकारी विभाग की उडऩदस्ता टीम को सोमवार को मुखबिर से सूचना मिली कि दर्रीपारा निवासी सूरज यादव नशीले इंजेक्शन की सप्लाई (Drug injection smuggling) करने वाला है। वह मेडिकल कॉलेज से लगे ग्राम हर्राटिकरा पुलिया के पास खरीददार का इंतजार कर रहा है। सूचना मिलते ही शाम करीब 6-7 बजे के बीच टीम मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ा।
जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो झोले व प्लास्टिक में 178 नग नशीला इंजेक्शन मिला। इसमें रेक्सोजेसिक इंजेक्शन 99 नग व एविल इंजेक्शन 79 नग थे। पुलिस ने नशीले इंजेक्शन (Drug injection smuggling) जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जब्त इंजेक्शन की कीमत 1 लाख 75 हजार रुपए है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की तहत कार्रवाई की है।
आबकारी अधिकारी रंजीत गुप्ता ने बताया कि आरोपी सूरज यादव वर्तमान में नशीले इंजेक्शन का मुख्य सप्लायर था। इसके पूर्व नशे के करीब 20 अवैध कारोबारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। सूरज यादव पूर्व में कई बार हमें चकमा देकर फरार हो गया था, लेकिन इस बार पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि एक मुख्य सप्लायर (Drug injection smuggling) फिलहाल फरार है, जिसकी तलाश जारी है। उसके पकड़े जाने के बाद अंबिकापुर में काफी हद तक नशीले इंजेक्शन के कारोबार पर रोक लग जाएगी।