दमोह

दमोह में स्कूलों की मान्यता के बाद अब फिर होगी जांच, गड़बड़ी होगी उजागर

निजी स्कूलों की मान्यता में गलत रिपोर्ट आ सकती है सामने, कड़े नियमों के बीच ३९२ निजी स्कूलों के पास है मान्यता

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May 10, 2025
शिक्षक घर-घर जाकर हाउस होल्ड सर्वे करेंगे।

दमोह. स्कूलों की नवीन और नवीनीकरण मान्यता का काम भले ही खत्म हो चुका है। स्कूलों को मान्यता भी मिल चुकी है, लेकिन दमोह में स्कूल खुलने से पहले इनकी मान्यता के दस्तावेजों की फिर से जांच शुरू हो गई है। जिसके लिए अलग-अलग संकुल में तीन सदस्यीय टीम भी बनाई गई है और १० दिन में रिपोर्ट सब्मिट करने की निर्देश है। दोबारा जांच में बड़ी गड़बड़ी भी उजागर होने के आसार है। ऐसे में मान्यता के लिए पात्र हर बिंदु की जानकारी एक बार फिर स्कूल को देना होगा। ऐसा नहीं करने पर स्कूलों की मान्यता को खतरा भी हो सकता है। कुछ स्कूलों की मान्यता को लेकर सामने आई आपत्तियों के बाद यह जांच कलेक्टर द्वारा कराई जा रही है। जिससे निजी स्कूल संचालकों में एक बार हड़कंप के हालात है। विदित हो कि इस बार १०० से अधिक स्कूल पहले से मान्यता इस साल के लिए सरेंडर कर चुके हैं।

इस तरह होगी जांच

जनशिक्षक, बीएसी व संकुल प्राचार्य इस जांच टीम में रहेेंगे।

जांच टीम अपने संकुल क्षेत्र के निजी स्कूलों में जाएगी और प्रोफार्म अनुसार डीटेल मांगेगी।

प्रपत्र को भरने के बाद तीनों के हस्ताक्षर के बाद बीआरसी को प्रस्तुत किया जाएगा।

यह काम १० दिन में पूरा करना होगा।

३९२ स्कूलों के दस्तावेज जांच के दायरे में
2025-26 में 310 अशासकीय शालाओं की मान्यता नवीनीकरण व 21 शालाओं को नवीन मान्यता जारी की गई हैं। जबकि २०२४ की मान्यता के स्क्ूलों को मिलाकर वर्तमान में जिले में 392 अशासकीय शाला एवं मदरसा संचालित किए जा रहे हैं। इनके निरीक्षण के लिए जनशिक्षा केन्द्रवार 3 सदस्यीय टीम गठित की गई है। जनशिक्षा केन्द्र अंतर्गत संचालित अशासकीय शाला व मदरसों के निरीक्षण का उत्तरदायित्व गठित टीम का होगा। उन्होंने बताया शाला निरीक्षण के लिए एक प्रपत्र प्रदाय किया जा रहा है, प्रपत्र में जानकारी सभी बिंदुओं की आपके द्वारा भरी जाएगी।

गड़बड़ी मिली तो मान्यता फिर अटकने के आसार
स्कूलों को नवीन मान्यता भले ही मिल गई हो, लेकिन इस जांच के बाद यदि प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों में गड़बड़ी मिलती है। मान्यता संबंधी दस्तावेजों में कमी मिलती है, तो मान्यता फिर से अटकने के भी आसार है। दरअसल, शिकायतें ये आ रही है कि जिले में ३९२ स्कूलों में से ४० प्रतिशत से अधिक स्कूलों में मान्यता संबंधी सभी अर्हताएं पूरी नहीं की गई हैं।

निजी स्कूल संचालक कर रहे विरोध
इस मसले को लेकर मप्र प्रांतीय अशासकीय शिक्षण संस्था संघ के रवि वर्मन ने कहा कि हम इस पर आपत्ति व्यक्त करते है। उनके अनुसार जब मान्यता की प्रक्रिया के दौरान सभी दस्तावेजों का मूल्यांकन हो चुका है और उसी आधार पर मान्यता दी गई है, तो दोबारा से यह कार्य क्यों किया जा रहा है। यह सिर्फ निजी स्कूल संचालकों को परेशान करना है। सभी इसका विरोध करते हैं।

वर्शन
स्कूलों की मान्यता के बाद भी कुछ शिकायतें सामने आई है। इस आधार पर कलेक्टर द्वारा यह जांच कराई जा रही है। जो जल्द पूरी की जाएगी।
मुकेश द्विवेदी, डीपीसी दमोह

Published on:
10 May 2025 11:10 am
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