स्टेशन पहुंच रहे यात्रियों को हो रही भारी परेशानी, हो रहे चोटिल
दमोह. रेलवे स्टेशन को आधुनिक स्वरूप देने के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत स्टेशन योजना के तहत दमोह रेलवे स्टेशन में करीब 27 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास के कार्य पिछले दो सालों से अधिक समय से चल रहे हैं। लेकिन लापरवाही और लेटलतीफी के कारण यह काम अब तक पूरा नहीं हो सका है, जिससे प्रतिदिन हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
निर्माण कार्यों में देरी का सबसे अधिक असर प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 पर देखने को मिल रहा है। यहां जगह-जगह निर्माण सामग्री फैली पड़ी है, जिसके कारण यात्रियों को चलने में कठिनाई होती है। कई स्थानों पर अधूरा निर्माण खतरा बने हुए हैं। आए दिन यात्री यहां फिसलकर या ठोकर खाकर गिर जाते हैं, जिससे चोटिल होने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं।
बाहर में छोड़े गए निर्माण कार्य
स्टेशन परिसर के बाहर की स्थिति भी कुछ बेहतर नहीं है। दो नंबर प्रवेश द्वार के पास कई जगहों पर निर्माण अधूरा छोड़ा गया है। गेट नंबर 2 के पास सड़क और ओपन एरिया को व्यवस्थित करने का काम भी अधर में लटका हुआ है। इस कारण स्टेशन आने जाने वाले यात्रियों को अव्यवस्था और धूल मिट्टी से जूझना पड़ता है। यहां पर यात्रियों के लिए पार्क विकसित किया जाना तय है।
छह महीने से अधिक समय नहीं दिया ध्यान
वर्तमान में स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य जारी है। जब तक यह कार्य पूरा नहीं होता, तब तक प्लेटफॉर्मों को जोडऩे वाले कई अन्य विकास कार्य भी अटके हुए हैं। ओपन एरिया में पार्क विकसित करने, गेट नंबर 2 के सौंदर्यीकरण और स्टेशन की लाइटिंग व्यवस्था को बेहतर करने का काम भी इसी वजह से रुका हुआ है।
इसके अलावा स्टेशन परिसर में कुछ अतिक्रमण और पुराने निर्माण अब तक नहीं तोड़े गए हैं। इन कारणों से भी काम की गति धीमी बनी हुई है। बता दें कि ठेकेदार द्वारा करीब ६ महीने तक स्टेशन पर कोई काम नहीं किए हैं, जिसके कारण से काम में देरी हो रही हैं।
समय-सीमा हो चुकी है पूरी
रेलवे द्वारा ठेकेदार कंपनी को समय सीमा दी जा चुकी थी, लेकिन काम की गुणवत्ता और गति दोनों ही अपेक्षित स्तर की नहीं है। परियोजना की निर्धारित समय सीमा समाप्त हो चुकी है, लेकिन अब तक कई अहम हिस्से पूरे नहीं हो पाए हैं। ठेकेदार कंपनी को कई बार चेतावनी दी जा चुकी है, फिर भी काम में तेजी नहीं आ रही है। इतनी बड़ी राशि खर्च होने के बावजूद स्टेशन की स्थिति पहले से ज्यादा अस्त-व्यस्त हो गई है।
वर्शन
रेलवे स्टेशन के विकास के कार्य चल रहे हैं, कुछ देरी हुई है, लेकिन छह महीने के अंदर सभी काम पूरे कराए जाएंगे।
हर्षित श्रीवास्तव, सीपीआरओ पमरे