महाराजा छत्रसाल यूनीवर्सिटी से संबद्ध है कॉलेज, दस्तावेज मिलान के दौरान सामने आया फर्जीवाड़ा, पुलिस को सौंपा फर्जी छात्र
दमोह. दमोह में पीएमश्री पीजी कॉलेज में इन दिनों एटीकेटी के एग्जाम चल रहे हैं। जिसमें एक मुन्नाभाई यानि फर्जी परीक्षार्थी को कॉलेज की टीम ने पकड़ा है। साथ ही उसे पुलिस के हवाले करते हुए नकल का प्रकरण यूनीवर्सिटी स्तर पर बनाया है। मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जरूरी कार्रवाई की जा रही है। अभी तक प्रकरण दर्ज नहीं हुआ था।
मामले में बताया गया है पीएमश्री पीजी कॉलेज में इस समय दो शिफ्टों में रानी अवंतीबाई यूनीवर्सिटी जबलपुर और महाराजा छत्रसाल यूनीवर्सिटी छतरपुर से संबद्ध कॉलेजों के छात्रों के एटीकेटी के एग्जाम चल रहे हैं। सुबह की शिफ्ट में महाराजा छत्रसाल यूनिवर्सिटी के पीजी साइंस समूह का एग्जाम था। जिसमें मगरोन निवासी एक छात्र जगदीश की भी परीक्षा थी, लेकिन इनका प्रवेश पत्र लेकर गांव का ही भरत परीक्षा देने आया था। कॉलेज में पर्यवेक्षक को जब जगदीश के रोल नंबर पर बैठे छात्र पर संदेह हुआ तो उन्होंने आधार और अन्य दस्तावेज से मिलान किया, जो मेच नहीं होने पर मामले की जानकारी केंद्राध्यक्ष डॉ. सविता जैन और डॉ. आलोक जैन प्राचार्य को दी गई।
इसके बाद कॉलेज टीम ने कक्ष से बाहर बुलाकर उक्त परीक्षार्थी से पूछताछ की तो उसका स्वीकारा कि वह जगदीश नहीं भरत है, जो भी जगदीश के कहने पर यहां परीक्षा देने आया है। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने जगदीश का नकल और फर्जी अभ्यार्थी बैठाने का प्रकरण बनाया और यूनीवर्सिटी को भेजा गया। साथ ही सिटी कोतवाली पुलिस को फर्जी परीक्षार्थी होने की सूचना दी गई। जिस पर पुलिस ने कॉलेज पहुंचकर उक्त फर्जी छात्र को पकड़ा और कोतवाली लेकर पहुंचे। जहां केंद्राध्यक्ष डॉ. सविता जैन ने भी पहुंचकर मामले में एक आवेदन पुलिस को दिया। दोहपर तक मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं हो सकी थी।
मामले में प्राचार्य डॉ. आलोक जैन का कहना है कि कॉलेज स्तर पर सभी कार्रवाई उक्त फर्जी और जिस परीक्षार्थी का रोलनंबर था, उसके विरुद्ध की जा चुकी है। अब आगे की कार्रवाई पुलिस को करना है। इसके लिए पुलिस को आवेदन दिया जा चुका है। मामले में कोतवाली टीआई मनीष कुमार का कहना है कि फर्जी परीक्षार्थी के मामले में कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है।