NEET Counselling: बीएससी नर्सिंग में नीट अनिवार्यता खत्म करने या फिर भौगोलिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बस्तर की छात्राओं को छूट देने की मांग उठने लगी है..
NEET Counselling: एनएमडीसी से प्रभावित 12 पंचायतों के जनप्रतिनिधियों ने शुक्रवार को एनएमडीसी बचेली प्रबंधक से मुलाकात कर स्थानीय छात्राओं को बीएससी नर्सिंग में प्रवेश के लिए नीट की अनिवार्यता से छूट देने की मांग की। ( CG News ) जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वर्तमान में बीएससी नर्सिंग में प्रवेश के लिए नीट अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे आदिवासी बाहुल्य की पात्र छात्राएं उच्च शिक्षा के इस अवसर से वंचित हो रही हैं।
प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि इन पंचायतों की भौगोलिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नीट के स्थान पर सीधे प्रवेश परीक्षा ली जाए, ताकि अधिक छात्राएं स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि यह सुविधा मिलने से आदिवासी अंचल की बालिकाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। इसके अलावा बैठक में गांवों में बुनियादी सुविधाएं, विकास कार्यों और युवाओं के लिए खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन पर भी चर्चा हुई। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि पंचायत चुनाव के कारण गांवों में खेल गतिविधियां रुकी हुई थीं, जिन्हें अब एनएमडीसी की मदद से पुन: शुरू किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष अरविंद कुंजाम, धुरली सरपंच विजय कुंजाम, गामावाड़ा सरपंच सुनील भास्कर, कमेली सरपंच कारण तामो, भांसी सरपंच मीरा भास्कर सहित गोविंद कुंजाम, सुनील बारसा, राजू कुंजाम, रवि तेलाम, विजय कर्मा, सोमारू भास्कर, मंगली बारसे, राजाराम नेताम समेत कई पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे।