doctor family ambulance viral video: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर पर कार्रवाई को लेकर दो अधिकारी आमने-सामने है। स्थानीय लोगों द्वारा बनाए वीडियो के वायरल होने के बाद आयुष विभाग में हड़कंप। (mp news)
mp news: गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल तक पहुंचानी वाली एंबुलेंस में मरीजों की जगह डॉक्टर के परिवार यात्रा करते नजर आ रहे हैं। दतिया से इसका एक वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सीएमएचओ (CMHO) और जिला आयुष विभाग के अधिकारी आमने-सामने हैं। सीएमएचओ का कहना है कि डॉक्टर आयुष विभाग में पदस्थ है, इसलिए मैंने कार्रवाई के लिए जिला आयुष अधिकारी को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
उधर जिला आयुष अधिकारी का कहना है कि प्रभारी मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसई में स्थानांतरण कर दिया है। उनकी पदस्थापना आज कल स्वास्थ्य विभाग के अधीन है। सीएमएचओ को कार्रवाई करने का अधिकार है, मुझे अधिकार नहीं है। सीएमएचओ गलत बोल रहे हैं। वायरल वीडियो खबर के अंत में देखें। (doctor family ambulance viral video)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसई में पदस्थ डॉ. इस्लाम खान का परिवार और बच्चे बीते रोज शाम को एंबुलेंस में सवार था। जब आसपास के मरीजों के अटेंडरों ने जब यह वीडियो बनाया, तो डॉक्टर का बेटा कहने लगा कि वह वह एंबुलेंस से बसई जा रहे हैं। आप लोग यह नहीं जानते है कि मेरे पिता डॉक्टर हैं। हालांकि इस दौरान एबुलेंस चालक ने कहा कि वह मरीज छोड़ने आया था, लेकिन इस तरफ से डॉक्टर का परिवार जा रहा हैं। (mp news)
जिला आयुष अधिकारी डॉ. सुशील प्रजापति ने कहा कि डॉ. इस्लाम खान आयुष डॉक्टर है, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसई में स्थानांतरण पिछली 17 जून को करा लिया था। प्रभारी मंत्री के आदेश पर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है। इस वजह से कार्रवाई करने का अधिकार सीएमएचओ डॉ. बीके वर्मा को है। कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने कहा कि वह गलत बोल रहे हैं। कार्रवाई का अधिकार उनका है। डॉक्टर का परिवार एंबुलैंस में सवार था। सीएमएचओ से मामले की जांच कर कार्रवाई करने को बोलता हूं।
सीएमएचओ दतिया डॉ. बीके वर्मा ने कहा कि मैंने जिला आयुष विभाग को डॉक्टर पर कार्रवाई करने को पत्र लिखा है। जिला आयुष अधिकारी कार्रवाई करेंगे।
कलेक्टर के निरीक्षण की वजह से वह दतिया नहीं पहुंच पाए। इस वजह से दतिया अस्पताल से एक एंबुलेंस बिना मरीज के आ रही थी, तो मैंने ड्राइवर से दोनों बेटों को लाने को कहा। मेरे बेटे उसी एंबुलेंस से आए थे। मैंने आज तक कभी भी शासकीय वाहन का दुरुपयोग नहीं किया है। - डॉ. इस्लाम खान, बसई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (mp news)