Bandikui-Jaipur Expressway: औद्योगिक जोन विकसित होने की संभावनाओं को और अधिक बल मिलेगा। यहां बड़े उद्योग और कारखाने स्थापित हो पाएंगे। इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे।
विनीत शर्मा
भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को गुलाबी नगरी जयपुर से जोड़ा जा रहा है। इससे क्षेत्र के लोगों का देश की राजधानी दिल्ली और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और प्रदेश की राजधानी जयपुर से एक्सप्रेस वे से सीधा जुड़ाव हो जाएगा। एनएचएआई की ओर से भेजी गई बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेस वे पर छठे इंटरचेंज श्यामसिंहपुरा-द्वारापुरा की डीपीआर को जल्द ही केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय से स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इस इंटरचेंज के बनने से बांदीकुई क्षेत्र के लोगों का दिल्ली-मुंबई और जयपुर से सीधा जुड़ाव हो सकेगा।
बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेस-वे पर अभी सिंडोली/बडोली, खुरीखुर्द/ खुरीकलां, सुंदरपुरा, हीरावाला/ मुकुंदपुरा गांव सहित बगराना/ कानोता जयपुर में पांच इंटरचेंज बनाए गए हैं। इन सभी का कार्य अंतिम दौर में हैं। इस छठे इंटरचेंज की मांग लोग लंबे समय से उठा रहे थे। बांदीकुई विधायक भागचंद सैनी टांकडा ने केन्द्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पत्र लिखकर इस इंटरचेंज की मांग की थी।
बांदीकुइर्-जयपुर एक्सप्रेस वे पर वाहनों का संचालन नए साल में शुरू होने की उम्मीद है। इस 67 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य जारी है। 90 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। इस एक्सप्रेस वे एकमात्र आरओबी का निर्माण कार्य कोलवा स्टेशन के पास किया जा रहा है, जिसमें थोड़ा समय लग रहा हैं।
इंटरचेंज कट बनने के बाद क्षेत्र का विकास होगा आर औद्योगिक निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। औद्योगिक जोन विकसित होने की संभावनाओं को और अधिक बल मिलेगा। यहां बड़े उद्योग और कारखाने स्थापित हो पाएंगे। इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे।
एक्सप्रेस-वे का काम एक-डेढ़ माह में पूरा हो जाएगा। बगराना और एक रेलवे आरओबी का काम बच रहा है, बाकी तकरीबन पूरा हो गया है।
एक्सप्रेस-वे से क्षेत्रवासियों को इंटरचेंज की सौगात मिलने से क्षेत्र में विकास के नए पंख लगने की उम्मीद जागेगी। साथ ही क्षेत्र में विकास के नए आयाम भी स्थापित होंगे। रेल नगरी के नाम से विख्यात बांदीकुई एक्सप्रेस वे और हाईवेज के लिए जाना जाएगा। करीब डेढ़ सौ साल पहले बांदीकुई में राजस्थान की सबसे पहली रेल चलाई गई थी और अब एक्सप्रेस-वे इंटरचेंज की स्वीकृति मिलने पर रेल नगरी का दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे और बांदीकुई जयपुर एक्सप्रेस वे से सीधा जुड़ाव हो पाएगा।