साइबर सेल द्वारा मिले इनपुट के बाद पुलिस टीम प्रबंध प्रतिबिब पोर्टल से मिले मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर क्षेत्र के ग्राम गुदड़िया के पास तलावगांव के बीच एक तिबारे पर पहुंची।
लालसोट क्षेत्र के गुदड़िया गांव निवासी कक्षा 12 के एक छात्र द्वारा इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर की साइबर ठगी करने का प्रकरण लालसोट थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार उक्त नाबालिग छात्र ने कई जनों को वर्क फ्रॉम होम का लोभ देकर उनसे रकम ऐंठी है। शुरुआती जांच में उक्त छात्र द्वारा करीब एक दर्जन जनों को अपना शिकार बनाने की जानकारी मिली है, विस्तृत जांच में और भी खुलासा होने का अनुमान है। थानाधिकारी महावीरसिंह शेखावत ने बताया कि साइबर सैल से सूचना मिली थी कि भारत सरकार द्वारा संचालित प्रतिबिब पोर्टल पर थाना इलाके में एक मोबाइल नंबर सक्रिय है। जिसके माध्यम से आमजन से साइबर ठगी की जा रही है।
साइबर सैल द्वारा मिले इनपुट के बाद पुलिस टीम प्रबंध प्रतिबिब पोर्टल से मिले मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर क्षेत्र के ग्राम गुदड़िया के पास तलावगांव के बीच एक तिबारे पर पहुंची। जहां मौजूद लड़का पुलिस को देखकर भागने लगा। पुलिस ने उसे रोककर पूछताछ की। जिसमें उसने मोबाइल फोन का स्वयं के द्वारा उपयोग करना बताया और कहा कि वह इंस्टाग्राम पर एक आईडी के माध्यम से हैंडराइटिंग वर्क फ्रॉम होम की पोस्ट करता है, जिसमें कार्य करने के रुपए देने का वादा करता है। इसके बदले रजिस्ट्रेशन फीस, जीएसटी एवं डिलीवरी चार्ज आदि के नाम पर स्वयं व अन्य जनों के बैंक खाते में रुपए प्राप्त कर करता है। थानाधिकारी ने बताया कि नाबालिग को नियमानुसार निरुद्ध कर उसके कब्जे से दोनों मोबाइल फोन को जब्त किए हैं। किशोर बोर्ड के अध्यक्ष समक्ष पेश करने पर उसे बाल सुधार गृह में भेज दिया गया।
थानाधिकारी महावीर सिंह शेखावत ने बताया कि पिछले कुछ सालों से साइबर अपराध के मामलों में तेजी से इजाफा आया है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साइबर अपराधियों से लड़ने के लिए इस पोर्टल को लांच किया है। इस पोर्टल पर शिकायत के बाद प्रदेश में पहला प्रकरण दर्ज करते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया है। गौरतलब है कि देश में लगातार बढ़ते साइबर अपराध को रोकने के लिए कई तरह के उपाय अमल में लाए जा रहे हैं। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रतिबिब एप पोर्टल को लॉन्च किया है। साइबर अपराधियों से निपटने वाला यह पोर्टल, केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) ने तैयार किया है. इस पोर्टल से किसी इलाके में सक्रिय साइबर अपराधियों की जानकारी उस इलाके के एसपी और एसएचओ को मिलती है।