दौसा जिले के खेड़ी रामला गांव निवासी पारुल मीना का आरजेएस परीक्षा में चयन होने के बाद पहली बार गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया।
सिकराय. उपखंड के खेड़ी रामला गांव निवासी पारुल मीना का आरजेएस ( राजस्थान न्यायिक सेवा ) परीक्षा में चयन होने के बाद पहली बार गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूलमालाओं से सम्मान किया। पारुल के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। पारुल खेड़ी रामला निवासी व भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के वरिष्ठ अधिकारी केसी मीना की बेटी है।
आरजेएस में पारुल ने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की है। मुंबई से पांच वर्षीय विधि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद पारुल न्यायिक सेवा की तैयारी में जुटी गई थी। वर्तमान में वन विभाग मुख्यालय में ही जूनियर लीगल ऑफिसर के पद पर कार्यरत है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ पढ़ाई ही सफलता का एकमात्र रास्ता नही है। आसपास का माहौल भी दिमागी रूप से तैयार करने में बहुत मदद करता है। जो लोग इस तैयारी के समय साथ खड़े हों, वो बहुत अहम है। पारुल ने बताया कि माता-पिता हमेशा साथ खड़े रहते है, उन्हीं के कारण सफलता प्राप्त कर पाई।
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