दौसा

Dausa Tiger Attack: 3 बार टाइगर के जबड़े में थे मेरे पैर, मुक्के मारे तो भाग छूटा, घायल बोला-मौत सामने देख कांप उठी रूंह

बैजूपाड़ा क्षेत्र के महुखुर्द गांव में आए टाइगर को ट्रेंकुलाइज करने के लिए वन विभाग की टीम दूसरे दिन भी जुटी हुई है।

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Jan 02, 2025

बांदीकुई। बैजूपाड़ा क्षेत्र का महुखुर्द गांव में बुधवार को दिनभर बाघ की दहशत बनी रही। सरिस्का क्षेत्र से आए इस बाघ को शाम तक ट्रेंकुलाइज नहीं किया जा सका। ऐसे में पूरी रात ग्रामीणों को भय के साये में बितानी पड़ी। वहीं वन विभाग सहित पुलिस व प्रशासन के दल भी गांव में सुरक्षा के लिए मौजूद रहेंगे। गुरुवार सुबह फिर से ट्रेंकुलाइज करने के लिए वन विभाग ने ऑपरेशन शुरू किया।

बुधवार तड़के करीब तीन बजे पशुपालक भगवान सहाय महावर अपनी बकरियों संभालने पहुंचा तो उसको बाघ की दहाड़ सुनाई दी। इसके बाद सुबह करीब साढ़े आठ बजे कोली मोहल्ला निवासी महावीर ने फिर से दहाड़ सुनी तो उसने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। जब मौके पर पहुंचे तो बाघ ने महिला पर हमला कर दिया। जिससे महिला घायल हो गई, जिसे रैणी अस्पताल ले जाया गया।

महिला की पीठ पर टाइगर देख बचाने आए

महिला को बचाने आए विनोद मीना और बाबूलाल मीना पर भी हमला कर घायल कर दिया। मऊखुर्द निवासी विनोद मीना के दोनों पैरों में 28 टांके आए हैं और उसका जयपुर के सवाई मानसिं​ह अस्पताल में उपचार जारी है। घायल ​विनोद मीना ने बताया कि टाइगर ने पहले गांव की ही महिला पर हमला किया था। महिला की पीठ पर टाइगर को कूदता देख मैं और बाबूलाल उसे बचाने के लिए आए। लेकिन, बाघ ने हम दोनों पर भी हमला कर दिया।

टाइगर ने 3 बार किया हमला

विनोद ने बताया कि टाइगर ने उस पर तीन बार हमला किया। मौत को सामने देख एक बार तो रुह कांप उठी। लेकिन, हिम्मत नहीं हारी। टाइगर से डटकर ​मुकाबला किया। टाइगर जैसे ही मेरे पैर को जबड़े में दबोचकर ले जाने लगा तो उसके मुंह पर मुक्के मारे। इसके बाद टाइगर ने दोबारा पकड़ लिया।

फिर दोबारा उसके मुंह पर मुक्का मारा। तीसरी बार भी टाइगर ने पैर पर ही हमला किया। लेकिन, जब उसके जबड़े पर कई मुक्के मारे तो वह खेतों की ओर भाग छूटा।

वन विभाग की टीम ने फिर शुरू किया ऑपरेशन

एसपी रंजीता शर्मा ने भी पुलिसकर्मियों से लोगों की भीड़ को नियंत्रण करने के निर्देश दिए। दौसा से एएसपी लोकेश सोनवाल, सीओ रविप्रकाश शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। कार्यवाहक डीएफओ वी. केतन कुमार, अलवर डीएफओ राजेन्द्र हुड्डा ने भी बाघ को पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान चलाया, लेकिन शाम तक कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद आज सुबह बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए फिर से वन विभाग ने ऑपरेशन शुरू किया।

ट्रेंकुलाइज के लिए सरिस्का से पहुंची टीम

बाघ के आने से महुखुर्द सहित आसपास के गांवों में हड़कंप मच गया। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन सहित वन विभाग को दी। मौके पर जिला कलक्टर देवेन्द्र कुमार ने पहुंचकर ग्रामीणों को घरों से बाहर नहीं निकलने व सुरक्षित जगह पर रहने की अपील की।

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