दौसा

इंटरनेशनल लीडरशिप प्रोग्राम में भारत का प्रतिनिधित्व, राजस्थान की रक्षिता ने बढ़ाया मान, 25 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों ने लिया भाग

कार्यक्रम में दुनिया के 25 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। जहां महिलाओं के नेतृत्व, अधिकारों और वैश्विक चुनौतियों पर गहन मंथन हुआ।

2 min read
Nov 25, 2025

दौसा स्थित लालसोट निवासी रक्षिता मीना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत और राजस्थान का परचम लहराया है। अखिल भारतीय महिला सम्मेलन से जुड़ी रक्षिता ने इटली के रोम में आयोजित इंटरनेशनल लीडरशिप प्रोग्राम में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस कार्यक्रम में दुनिया के 25 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया हैं। जहां महिलाओं के नेतृत्व, अधिकारों और वैश्विक चुनौतियों पर गहन मंथन हुआ। भारत की ओर से रक्षिता का चयन एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

रक्षिता मीना पूर्व वित्त मंत्री वीरेंद्र मीना और एआईडब्लूसी दौसा शाखा अध्यक्ष डॉ. मूर्ति मीना की पुत्री हैं तथा वह भारतीय विदेश सेवा अधिकारी अविनाश मीना की धर्मपत्नी हैं। महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और सामाजिक भेदभाव जैसे मुद्दों के बीच रक्षिता का विश्व नेतृत्व मंच पर पहुंचना अपने आप में एक सशक्त संदेश है कि भारत की बेटियां हर कठिन परिस्थिति को मात देकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं।

ये भी पढ़ें

जयपुर में बस हड़ताल: 100 लो-फ्लोर बसें रुकीं, हजारों यात्री परेशान; ऑफिस, स्कूल-कॉलेज जाने वालों को लेना पड़ा ऑटो-कैब

रोम में आयोजित कार्यक्रम में रक्षिता ने भारत में महिलाओं की वास्तविक चुनौतियों, अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाया। कार्यक्रम में उनके विचारों और नेतृत्व क्षमता की विशेष सराहना की गई। डॉ. मूर्ति मीना ने कहा कि रक्षिता को आत्मविश्वास और सौम्यता के साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर बोलते देख गर्व की अनुभूति हुई। उन्होंने बताया कि रक्षिता की यह उपलब्धि केवल उनके परिवार की नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान के लिए सम्मान का क्षण है।

रक्षिता की यह अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि देशभर की उन बेटियों के लिए प्रेरणा है, जो सामाजिक बंधनों, रूढ़ियों और चुनौतियों के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। रक्षिता मीना ने कहा कि वह आगे भी महिलाओं से जुड़े मुद्दों को वैश्विक मंचों पर उठाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगी और भारत की प्रगतिशील सोच व बदलते समाज की तस्वीर दुनिया के सामने रखने का प्रयास जारी रखेंगी। उनका मानना है कि शिक्षा, संबल और अवसर मिलने पर भारत की बेटियां किसी भी मंच पर अपनी जगह बना सकती हैं।

ये भी पढ़ें

कुएं में कूदी महिला, परिवार ने किया मना तो जांबाज कांस्टेबल गोपाल खुद बचाने गए 150 फीट की गहराई में, कालवाड़ में सुरक्षित निकाला बाहर

Published on:
25 Nov 2025 01:17 pm
Also Read
View All

अगली खबर