Brutality:हैवानियत के हदें पार कर एक महिला को खंभे से बांध लात-घूसों और डंडों से पीटा गया। उनकी मदद के बजाय तमाशीन जनता वीडियो बनाती रही। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने महिला को छुड़ाते अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इस घटना से धर्मनगरी शर्मशार हुई है।
Brutality:महिला को खंभे से बांधकर उसे बेरहमी से पीटने का मामला सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। शर्मशार कर देने वाली ये घटना हरिद्वार के रानीपुर क्षेत्र में घटी है। महिला के बेटे ने इस संबंध में पुलिस को तहरीर सौंपी है। पुलिस को बताया कि उनकी मां शनिवार सुबह करीब पौने छह बजे घर से टहलने निकली थीं। मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से वह रास्ता भटककर एक घर पर चली गईं थी। इसी बात को लेकर राहुल, इंदर, आशु, नागेश, राकेश और एक महिला ने उन्हें घेर लिया। उसके बाद आरोपियों ने उनकी मां को एक खंभे से बांध उनकी लात-घूसों और डंडों से पिटाई लगा दी। गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी। जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच गंभीर घायल महिला का अस्पताल ले जाकर इलाज कराया। रविवार को इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे हरिद्वार में हड़कंप मच गया था। रानीपुर के कोतवाल शांति गंगवार के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वायरल वीडियो और तहरीर के आधार पर मामले की गहन जांच की जा रही है।
हरिद्वार में महिला को खंभे से बांधकर उनकी पिटाई का वीडियो वायरल होने से खलबली मची हुई है। लेबर कॉलोनी की घटना सिर्फ एक महिला पर हमला नहीं, बल्कि पूरे समाज की संवेदनहीनता पर प्रहार है। मानसिक रूप से अस्वस्थ एक महिला को खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटा गया। विडंबना यह थी कि मौके पर मौजूद लोग वीडियो बनाते रहे, आवाजें रिकॉर्ड होती रहीं, किसी ने भी महिला को छुड़ाने की हिम्मत नहीं दिखाई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस मुकदमा दर्ज करते हुए जांच में जुट गई है। पीड़िता के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने पांच नामजद आरोपियों और एक महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
खंभे से बंधी लहूलुहान महिला को पुलिस ने आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। उसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। बिना कुछ पूछे, महिला की स्थिति समझे बगैर उन्हें चोर समझकर सजा दिए जाने की घटना से पूरी इंसानियत शर्मशार है। गनीमत रही कि सूचना मिलने पर रानीपुर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को भीड़ से छुड़ाया। बाद में उसे उपचार के लिए जिला महिला अस्पताल ले जाया गया। बड़े-बड़े दावों के बावजूद, जब एक महिला दर्द में थी, तब किसी को भी उनके अधिकारों की याद नहीं आई। मानवता के सारे दावे दम तोड़ गए।अब सोशल मीडिया पर मांग उठ रही है कि ऐसी अमानवीय हरकत करने वालों को सिर्फ गिरफ्तार ही नहीं, बल्कि कड़ी सजा दिलाई जाए, ताकि कोई और महिला भीड़ के बीच यूं अकेली न पड़ जाए।इधर, पुलिस वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की शिनाख्त में जुट गई है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना है।