देहरादून

भूकंप से डोल उठी दो जिलों की धरती, एक पूर्व से ही झेल रहा भयानक आपदा की मार

Earthquake:भूकंप के झटकों से आज चमोली जिले के थराली और बागेश्वर की धरती डोल उठी। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर की ओर भाग खड़े हुए। इससे लोगों में दहशत फैल गई है। हालांकि भूकंप से किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।

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Nov 09, 2025
उत्तराखंड में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए। फोटो सोर्स एआई

Earthquake in Uttarakhand : भूकंप के तेज झटकों से लोगों में दहशत का माहौल है। जानकारी के मुताबिक आज यानी रविवार दोपहर करीब 2 बजकर 40 मिनट में चमोली जिले के आपदा प्रभावित थराली और  बागेश्वर जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप आते ही लोग घरों से बाहर भागने लगे। कुछ ही समय के भीतर भूकंप की सूचना आग की तरह फैल गई। भूकंप से लोगों में दहशत फैल गई। लोग काफी देर तक घरों के भीतर नहीं गए और फोन कर एक-दूसरे की कुशलक्षेम पूछने लगे। जिला आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक आज दोपहर 3.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। भूकंप का केंद्र बागेश्वर का कपकोट था। उस वक्त तमाम लोग घरों की छतों में घाम भी ताप रहे थे। साथ ही कई लोग घरों में आराम भी कर रहे थे। डीडीएमओ के मुताबिक भूकंप से बड़े नुकसान की सूचना नहीं है। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता  और संयम बरतने की अपील की है।

आपदा की मार से सहमा है थराली

भूकंप के झटकों से थराली में एक बार फिर से दहशत फैल गई है। बता दें कि इसी साल पांच अगस्त को थराली में भीषण आपदा आई थी। तब थराली में भयानक सैलाब से पूरा इलाका जमींदोज हो गया था। तमाम घर, होटल, रेस्टोरेंट आदि मलबे में दफन हो गए थे। उस आपदा में दर्जनों लोग मारे गए थे। उस आपदा में तमाम लोग लापता भी हो गए थे। अभी भी थराली आपदा का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया है। कई लोग अभी भी मलबे में दफन हैं। इसी बीच आज आपदा प्रभावित थराली को भूकंप ने सहमा कर रख दिया है। हालांकि इस भूकंप का केंद्र बागेश्वर था। भूकंप से दोनों जिलों में बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।

10 किलोमीटर दर्ज की गई गहराई

जिला आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बागेश्वर जिले में आज दोपहर 3.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। भूकंप का केंद्र बागेश्वर का कपकोट ही था। जिला आपदा प्रबंधन के अनुसार भूकंप अक्षांश 30.02 उत्तर, देशांतर 79.95 पूर्व तथा गहराई 10 किलोमीटर दर्ज किया गया। झटकों के समय लोग अधिकांशतः खेतों में काम कर रहे थे। संडे होने के कारण कई लोग घरों के भीतर भी थे। तमाम लोग घरों की छतों में घाम भी ताप रहे थे। डीडीएमओ के मुताबिक भूकंप से बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।

लगातार बढ़ रही भूकंप की घटनाएं

भूकंप के लिहाज उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। दो साल के भीतर यहां पर कई भूकंप आ चुके हैं। चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील माने जाते हैं। इसी साल 7 जनवरी को तिब्बत में 7.1 तीव्रता के भूकंप ने जमकर तबाही मचाई थी। उस भूकंप के झटके उत्तराखंड में भी महसूस किए गए थे।  उत्तराखंड हिमालयी राज्य है। ये राज्य भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील माना जाता है।  भूकंप की दृष्टि से इसे जोन 4 और 5 में रखा गया है। यही वजह है कि यहां भूकंप का खतरा काफी बढ़ जाता है।

Updated on:
10 Nov 2025 12:28 pm
Published on:
09 Nov 2025 05:21 pm
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