Massive Fire:चलती बस अचानक आग के गोले में तब्दील हो गई। आग लगने से बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कड़ी मशक्कत के बाद बस सवार 40 छात्र-छात्राओं और पांच अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। छात्रों के बैग और अन्य सामान जलकर खाक हो गए।
Massive Fire:चलती बस आग का गोला बन गई। इससे लोगों में हड़कंप मच गया था। ये हादसा देहरादून में गुरुवार दोपहर को हुआ। तमिलनाडु के 40 छात्र-छात्राओं को भारत भ्रमण पर लेकर निकली चलती बस में अचानक आग लग गई थी। गुरुवार को एक बस शिमला बाईपास स्थित सेंट ज्यूड चौक के पास से गुजर रही थी। तभी अचानक उसमें से धुंए का गुबार उठने लगा था। इससे बस में सवार छात्र-छात्राओं में चीख-पुकार मच गई। बस के भीतर अफरा-तफरी फैल गई थी। एक मिनट के भीतर ही बस सवार 40 छात्रों सिहत 45 लोगों को बाहर निकाल लिया गया था। देखते ही देखते बस से आग की भयानक लपटें उठने लगी थी। इसी दौरान सीपीयू निरीक्षक नरेश कुमार भौर्याल पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे। उसके बाद दमकल के दो वाहनों ने पानी की बौछारें शुरू कर आग पर काबू पाया। तमिलनाडु के कॉलेज छात्रों की उम्मीदों को देहरादून में बड़ा झटका लगा। गुरुवार दोपहर बस में आग लगी तो बस के केबिन में रखे छात्रों के बैग जल गए। बैग में छात्रों के कपड़े और दैनिक उपयोग का सामान था। सभी छात्रों ने हादसे के बाद अपने परिजनों को सकुशल होने की जानकारी दी।
देहरादून में चलती बस में आग लगने से हड़कंप मच गया था। हालांकि बस सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। आरटीओ डॉ. अनीता चमोला के मुताबिक आरआई हरीश बिष्ट और अरविंद यादव की ओर से मौके पर बस का निरीक्षण किया गया। बताया कि बस का परमिट, फिटनेस और बीमा सभी दस्तावेज वैध हैं। प्रथम दृष्टया बस में शॉर्ट-सर्किंट से आग लगना प्रतीत होता है। बस में फायर उपकरण भी थे और यह नई बस थी, जो इसी साल मार्च में पंजीकृत हुई थी।
चलती बस में आग में छात्रों का सारा सामान भी जल गया था। दमकल के दो वाहनों ने आग पर बमुश्किल काबू पाया। सीपीयू निरीक्षक नरेश कुमार के मुताबिक अधिकांश छात्रों के सामान के बैग जल गए। छात्रों को यहां से ले जाने के लिए ट्रैवल एजेंसी की दूसरी बस मुजफ्फरनगर से देहरादून पहुंची। उसमें सवार होकर छात्र एफआरआई परिसर पहुंचे। एफआरआई में छात्रों को एक कार्यक्रम में शामिल होना था। छात्रों को यहां से मनाली जाना है। इनका बैगों में रखा सारा सामान जल जाने के कारण आगे दौरा पूरा होने की उम्मीद कम बची है।