High Alert: वनभूलपुरा में रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण से संबंधित फैसले की घड़ी करीब आ चुकी है। पूरे वनभूलपुरा क्षेत्र को जीरो जोन बना दिया गया है। हल्द्वानी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। अलग-अलग लेयर में सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। शहर में यातायात भी डायवर्ट किया गया है। दंगाइयों से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियां तैयार हैं।
High Alert: वनभूलपुरा में रेलवे की भूमि पर अवैध रूप से काबिज करीब 50 हजार लोगों के भविष्य का फैसला कल सुप्रीम कोर्ट में होना है। बता दें कि उत्तराखंड में नैनीताल जिले के हल्द्वानी स्थित वनभूलपुरा में रेलवे की 30 हेक्टेयर भूमि पर करीब 5500 मकान अवैध तरीके से बने हुए हैं। इसमें करीब 50 हजार लोग अवैध रूप से रह रहे हैं। इनमें अधिकांश मुस्लिम समुदाय के लोग हैं। उत्तराखंड हाईकोर्ट अतिक्रमण को हटाने के आदेश जारी कर चुका है। हाईकोर्ट के आदेश को दूसरे पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट में ये मामला लंबे समय से चल रहा था। कुछ दिन पूर्व ही इस मामले में फैसला आना था, जोकि 10 दिसंबर तक के लिए स्थगित हो गया था। अब कल सुप्रीम कोर्ट में वनभूलपुरा के अतिक्रमण के मामले में फैसला आना है। इसे लेकर पूरे हल्द्वानी शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। आज पुलिस ब्रीफिंग के बाद वनभूलपुरा क्षेत्र में फ्लैग मार्च भी निकालकर लोगों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की अपील की गई। पूरे शहर में पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
वनभूलपुरा के अतिक्रमण को लेकर कल सुप्रीम कोर्ट में फैसला आना है। करीब दो साल पहले वनभूलपुरा में दंगा हो चुका है। इसे लेकर पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। इसी को देखते हुए वनभूलपुरा क्षेत्र में तीन एएसपी, चार सीओ, 12 इंसपेक्टर, 45 एसआई, 400 कांस्टेबल, चार फायर यूनिट, चार टियर गैस यूनिट, चार ड्रोन और तीन कंपनी पीएसी तैनात की गई है। इसके अलावा सीआरपीएफ भी यहां बुलाई जा रही है।
वनभूलपुरा में 8 फरवरी 2024 को एक अवैध धार्मिक स्थल पर कार्रवाई के दौरान दंगा भड़क गया था। दंगाइयों ने शहर को आग के हवाले कर दिया था। पुलिस थाना भी फूंक दिया था। सैकड़ों की भीड़ ने पथराव कर पुलिस कर्मियों पत्रकारों और आम नागरिकों को घायल कर दिया था। उस दंगे में कई लोगों की जान चली गई थी। वह दंगा हल्द्वानी शहर को ऐसा दाग दे गया था, जिसे कभी नहीं मिटाया जा सकता है। दरअसल, वनभूलपुरा में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। इन्होंने ही रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर हजारों मकान बना लिए हैं। राजनैतिक संरक्षण के चलते वह लोग लंबे समय तक सरकारी जमीन कब्जाते रहे। पिछले दंगे को देखते हुए कल भी यहां का माहौल खराब होने की आशंका जताई जा रही है। इसी को देखते हुए पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील किया गया है।
नैनीताल के एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने कहा कि सभी लोगों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की अपील की जा रही है। उसके बाद भी यदि किसी ने क्षेत्र का माहौल खराब करने या अफवाह फैलाने की कोशिश की तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। ऐसे अराजक तत्वों से निपटने के लिए शहर को छावनी में तब्दील किया गया है। वनभूलपुरा क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। प्रत्येक संदिग्ध की गहनता से चेकिंग की जा रही है।