Blind Murder Case Solved: पीआरडी जवान की गिरफ्तारी के साथ ही ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा हो गया है। आरोपी ने हत्या के बाद महिला के जेवर भी लूट लिए थे। जेवर बेचकर लौटते ही आरोपी को दबोच लिया गया। इस हत्याकांड के खुलासे के लिए तीन थानों की फोर्स और एसओजी लगी हुई थी। खुलासे से लोग सन्न हैं।
Blind Murder Case Solved: पुलिस ने बड़ी चुनौती बने ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर दिया है। ये सनसनीखेज वारदात उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा थाना क्षेत्र में 14 नवंबर की रात घटी थी। यहां पर सांगड़ गांव में मोहन सिंह की पत्नी घर पर अकेली थीं। उनके घर के आसपास कोई दूसरा मकान नहीं था। उसी दौरान किसी ने घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी थी और जेवरात लूट लिए थे। अगले दिन हत्या की वारदात का पता चलने पर पुलिस में हड़कंप मच गया था। एसएसपी के निर्देश पर घटना के खुलासे के लिए लमगड़ा थाना, धौलछीना थाना और दन्या थाने के अलावा एसओजी जुट गई थी। लेकिन आसपास में सीसीटीवी नहीं होने के कारण घटना का खुलासा पुलिस के लिए कड़ी चुनौती बनती जा रही थी। इसी दौरान पुलिस ने पीआरडी में तैनात आरोपी गोपाल सिंह से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। गोपाल सिंह ने बताया कि वह ड्यूटी के अलावा मोहन सिंह के खेत भी जोतता था। नवंबर में उसकी बेटी की शादी होने वाली थी। गंगा देवी ने उसे बेटी की शादी के लिए 25 हजार रुपये देने का वायदा किया था। इस पर गोपाल सिंह बीते 14 नवंबर को गंगा देवी के घर पैसे मांगने पहुंचा था। रुपये देने से इनकार करने पर आरोपी ने गला घोंटकर गंगादेवी को मौत के घाट उतार दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद वह गंगादेवी के सोने के जेवर (गलोबंद) लूटकर फरार हो गया था। उसने गलोबंद को कहीं ठिकाने लगा दिया था। इधर, उसने सोचा की पुलिस का ध्यान इस मर्डर केस से अब भटक चुका है। इसी का फायदा उठाकर वह गलोबंद बेचने हल्द्वानी सुनार के पास पहुंचा तो घटना का खुलासा हो गया।
पीआरडी जवान पर हत्या के शक की सुई लगातार घूम रही थी। लेकिन समय बीतने के साथ वह बेखौफ हो गया। उसे इस बात का जरा भी इल्म नहीं था कि पुलिस उस पर लगातार नजर रख रही है। बेटी की शादी के बाद वह बीते 10 दिसंबर को गंगादेवी के जेवर बेचने हल्द्वानी गया। उसने करीब सवा लाख रुपये में वह जेवर बेच भी दिए थे। इधर, पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए रोका तो उसके पास सवा लाख रुपये बरामद होने पर तमाम सवाल किए। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और उनसे हत्याकांड की बात कबूली। हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को आईजी कुमाऊं ने 15 हजार जबकि एसएसपी ने 10 हजार रुपये ईनाम की घोषणा की है।
हत्याकांड की जानकारी मिलते ही एसएसपी देवेन्द्र पींचा ने तत्काल सांगड़ साहू गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था। फॉरेंसिक यूनिट को मौके पर बुलाकर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई थी। हत्याकांड का शीघ्र खुलासा करने के लिए एएसपी हरबन्स सिंह और सीओ अल्मोड़ा गोपाल दत्त जोशी के पर्यवेक्षण में निरीक्षक भुवन चन्द्र जोशी प्रभारी एसओजी, थानाध्यक्ष लमगड़ा प्रमोद पाठक, थानाध्यक्ष धौलछीना सुनील सिंह बिष्ट, थानाध्यक्ष दन्या दिनेश नाथ महंत के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। साथ ही एसओजी भी इस काम पर लगाई गई थी। खुलासे के लिए टीमों ने हल्द्वानी तक करीब 400 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। करीब 100 संदिग्धों से पूछताछ कर जानकारियां जुटाई।