उत्तराखंड के कई शहरों में हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। हल्द्वानी, रुद्रपुर, नैनीताल और जसपुर में AQI बहुत खराब दर्ज किया गया है। मौसम स्थिर रहने से प्रदूषण बढ़ा है। विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य को लेकर दी चेतावनी।
उत्तराखंड के चार प्रमुख शहरों जिसमें हल्द्वानी, रुद्रपुर, नैनीताल और जसपुर में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक गिर गई है। हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा इतनी बढ़ गई है। कि लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से प्रदेश में हवा की गति बेहद धीमी होने के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
उत्तराखंड राज्य में पिछले दो दिनों से मौसम लगभग स्थिर बना हुआ है। हवाओं की रफ्तार थमने और बारिश न होने से वातावरण में धूल और धुआं जमा हो गया है। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि शुक्रवार, 31 अक्टूबर को भी पूरे उत्तराखंड में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। आसमान साफ रहेगा और वर्षा जैसी कोई गतिविधि नहीं होगी। हालांकि कुछ इलाकों में हल्के बादल दिखाई दे सकते हैं। लेकिन इसका मौसम पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। गुरुवार शाम देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में कुछ देर के लिए बादल छाए थे। मगर थोड़ी ही देर में मौसम फिर सामान्य हो गया। विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में भी मौसम में किसी बड़े परिवर्तन की उम्मीद नहीं है। धीरे-धीरे रात के तापमान में गिरावट देखी जा रही है। और ठंड बढ़ने लगी है। पहाड़ी जिलों में सुबह-शाम सर्द हवाओं का अहसास होने लगा है।
तापमान की बात करें तो गुरुवार को देहरादून में अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हल्द्वानी में अधिकतम 28 और न्यूनतम 19, हरिद्वार में 28 और 17, रुद्रपुर में 29 और 20, नैनीताल में 16 और 9, जसपुर में 30 और 20, ऋषिकेश में 30 और 20, रुद्रप्रयाग में 23 और 12, जबकि चमोली में अधिकतम 10 और न्यूनतम 3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, गुरुवार को कई शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब रही। हल्द्वानी, रुद्रपुर और नैनीताल में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज किया गया। हल्द्वानी में AQI 147, रुद्रपुर में 146 और नैनीताल में 160 पहुंच गया। देहरादून में AQI 80 और हरिद्वार में 83 रहा, जो सामान्य श्रेणी में है। वहीं जसपुर का AQI 132 मध्यम से ऊपर और रुद्रप्रयाग का 98 दर्ज किया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति कम होने के कारण प्रदूषक तत्व ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं। जिससे वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है। इसके चलते सांस, खांसी, और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
फिलहाल उत्तराखंड में मौसम सामान्य बना हुआ है। दिन के समय धूप हल्की गर्माहट दे रही है। जबकि रातें धीरे-धीरे ठंडी होती जा रही हैं। पर्वतीय जिलों में ठंड ने दस्तक दे दी है। आने वाले हफ्तों में तापमान और नीचे जा सकता है। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि बदलते मौसम और प्रदूषण से बचाव के लिए सतर्क रहें। और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां अपनाएं।