देवरिया के सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी आज कैंप कार्यालय में बैठे थे उसी समय एक दृष्टिहीन व्यक्ति ने उनसे मिलकर अपनी व्यथा बताई। अधिकारियों ने फरियादी को है आवास योजना के लिए दृष्टिहीन होते हुए भी अपात्र घोषित कर दिया।
सोमवार को सदर से बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ADO पर उस समय भड़क गए जब एक दृष्टिहीन व्यक्ति को ही आवास के लिए अपात्र बना दिया गया। विधायक ने ADO उमेश कुमार सिंह को फोन कर जमकर फटकारा और पूछा की तुम्हें कमीशन नहीं पहुंचा क्या। विधायक ने एडीओ से कहा कि इन्हें मकान देकर मुझे बताइए। तुम अपनी जेब से नहीं, योगीजी और मोदीजी लोगों को आवास दे रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक बैतालपुर क्षेत्र के सिरजम देई गांव निवासी रामहित प्रसाद दृष्टिहीन हैं। प्रधानमंत्री आवास के लिए उन्होंने आवेदन किया था, लेकिन ब्लॉक के अधिकारियों ने अपात्र मानते हुए उनका आवेदन निरस्त कर दिया। उन्होंने दफ्तरों के कई चक्कर लगाए, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
रामहित सोमवार दोपहर फरियाद लेकर सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी के कैंप कार्यालय पर पहुंचे।उन्होंने विधायक को पूरी बात बताई। इसके बाद विधायक शलभ मणि त्रिपाठी का पारा चढ़ गया। उन्होंने तुरंत एडीओ उमेश कुमार सिंह को फोन लगा दिया। आवास न देने का कारण पूछते हुए लताड़ने लगे।
विधायक ने एडीओ से कहा, विधायक फोन न करे तो तुम मकान नहीं दोगे। एक पात्र व्यक्ति को मकान नहीं दोगे। तुम्हारा माल तुम्हारे तक नहीं पहुंचा।यह दोनों आंखों से दिव्यांग हैं, अनुसूचित समाज से आते हैं, तुमने आवास क्यों कैंसिल किया?
विधायक ने कहा, तुमने इनका मकान कैंसिल क्यों किया। इसका कारण मुझे बताओ। तुम अपने पिताजी के पैसे से दे रहे हो मकान कि मोदी जी और योगी जी पैसा भेज रहे हैं। तुम लोग सुधर जाओ, इतना जेल जा रहे हो, इतनी कार्रवाई हो रही है, तब भी नहीं सुधरते। विधायक ने कहा, इनका मकान देकर मुझे बताना कि मकान की चाबी दे दिए हो।