MP News: प्रदेश का इंडस्ट्रियल हब आज भी बसों और जाम में उलझा है। मेट्रो कनेक्टिविटी मिलते ही हजारों स्टूडेंट्स, जॉब वर्कर्स और उद्योगों की रफ्तार दोगुनी हो जाएगी।
Indore Metro Connectivity: इंदौर-उज्जैन और पीथमपुर तक मेट्रो कनेक्टिविटी की तैयारी ने देवास के लोगों में उम्मीदे जगा दी है। लंबे समय से मांग उठने के बावजूद देवास को अब तक मेट्रो योजना से बाहर रखा गया है। जबकि हकीकत यह है कि देवास प्रतिदिन हजारो स्टुडेंट्स, जॉब करने वाले कर्मचारियो और उद्योग जगत से जुड़े लोगों के लिए बर इंदौर से सीधा जुड़ाव रखने वाला प्रमुख शहर है।
यहां मेट्रो कनेक्टिविटी की आवश्यकता इसलिए और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि सड़क मार्ग से यात्रा समय, धन और ऊर्जा की भारी खपत कर रही है। देवास की इंदौर से दूरी केवल 35 किमी है, लेकिन खराब सड़क, ट्रैफिक और बसों पर निर्भरता इसे कई गुना लंबा बना देती है। यदि देवास को मेट्रो कनेक्टिविटी मिलती है तो न केवल छात्रों और कर्मचारियों को राहत मिलेगी, बल्कि औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलेगी। (mp news)
देवास को प्रदेश का बड़ा औद्योगिक और व्यापारिक क्षेत्र माना जाता है। यहां हजारों की संख्या में उद्योग संचालित है और प्रतिदिन बड़ी संख्या में कामगार इंदौर से यहां आते जाते हैं। देवास मेट्रोपॉलिटिन दायरे में भी शामिल है। इसके बावजूद मेट्रो विस्तार की योजना में इसे प्राथमिकता नहीं मिल पाना स्थानीय लोगों के लिए निराशा का विषय है। (mp news)
इंदौर-देवास हाईवे पर यात्रा करने वालो की मुश्किलें बढ़ी हुई है। बदहाल सड़क और ट्रैफिक जाम के कारण सफर डेढ़ से दो घंटे में पूरा होता है। कई बार जाम लगने पर दो से तीन घंटे तक लग जाते हैं। ऐसे में समय और ईंधन दोनों की बर्बादी होती है। बसों का किराया भी अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालता है। (mp news)
देवास से रोजाना हजारों छात्र व जॉब वर्कर इंदौर आते-जाते हैं। बसों की संख्या सीमित होने और सड़क की खराब स्थिति के कारण समय पर गंतव्य तक पहुंचना चुनौती बना हुआ है। स्टूडेंट्स का कहना है कि सुबह जल्दी उठकर निकलना पड़ता है, लेकिन कई बार बसों की अव्यवस्था से लेट हो जाते हैं। जो छात्र बाइक से आते-जाते हैं उन्हें ट्रैफिक, खर्च और हादसों का खतरा झेलना पड़ता है। (mp news)
एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री देवास के अध्यक्ष अशोक खंडेलिया का कहना है कि, भविष्य में सभी योजनाएं मेट्रोपॉलिटिन एक्ट के आधार पर ही लागू होंगी। ऐसे में देवास का मेट्रो कनेक्टिविटी से जुड़ना इंदौर आते-जाते हैं। बसों की संख्या कम है और हर साल हादसे बढ़ रहे हैं। जरूरी है। यहां हजारों लोग रोजाना आने वाले समय में देवास का और विकास होगा, इसलिए मेट्रो का जुड़ाव अनिवार्य है। (mp news)