Sonkachh Tehsildar Manish Jain arrested while taking bribe in Dewas एक बड़ा अफसर रिश्वतखोरी करते रंगे हाथों पकड़ाया जिससे प्रशासनिक हल्कों में खलबली मच गई है।
मध्यप्रदेश में शुक्रवार को भ्रष्टाचार केे खिलाफ कई कार्रवाइयां हुईं। पूर्व आरटीओ आरक्षक और बिल्डर सौरभ शर्मा के घर और ठिकानों पर सुबह से ईडी की कार्रवाई चल रही है। जबलपुर में सेंट्रल जीएसटी ने एक डेवलपर के ठिकानों पर छापा मारा। संचालक के उखरी रोड और नक्षत्र नगर कार्यालय में जांच चल रही है। कॉलोनाइजर और डेवलपर पर जीएसटी नहीं चुकाने का आरोप है। इधर देवास में एक बड़ा अफसर रिश्वतखोरी करते रंगे हाथों पकड़ाया जिससे प्रशासनिक हल्कों में खलबली मच गई है।
देवास जिले में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की। जिले की सोनकच्छ तहसील के तहसीलदार मनीष जैन को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने ये कार्रवाई की है।
सोनकच्छ के तहसीलदार मनीष जैन के साथ उनके क्लर्क जय सिंह को भी लोकायुक्त ने पकड़ा। उज्जैन लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार शाम तहसील कार्यालय में यह कार्रवाई की। तहसीलदार जैन और क्लर्क ने प्लॉट नामांतरण के ऐवज में 7 हजार रुपए लिए थे।
लोकायुक्त में की गई शिकायत के अनुसार कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रवींद्र दांगिया से तहसीलदार मनीष जैन ने सोनकच्छ के पास सांवेर के एक प्लॉट के नामांतरण के लिए 7 हजार रुपए बतौर रिश्वत मांगे। दांगिया ने लोकायुक्त को शिकायत कर दी।
शुक्रवार को लोकायुक्त ने जाल बिछाकर दांगिया से क्लर्क जय सिंह को 7 हजार रुपए दिलवाए, उसने तहसीलदार को यह रकम सौंप दी। लोकायुक्त टीम ने दोनों को पकड़ लिया। दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।