woman gave birth 4 children at once: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में पहली बार एक महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है। इनमें तीन बेटियां और एक बेटा शामिल है।
Ajab Gajab: नगरी की ……. ने शहर के एक निजी अस्पताल में एक साथ 4 बच्चों को जन्म दी है। दंपत्ति की शादी 4 साल पहले हुई थी। संतान सुख का माता-पिता को बेहद इंतजार था। यह इंतजार 4 बच्चों के जन्म के साथ खत्म हुई। महिला ने पहले 3 बेटियों को जन्म दी। चौथे नंबर में बेटे का जन्म हुआ। समय पूर्व प्रसव के कारण चारों बच्चों का वजन कम है। डाक्टरी भाषा में इसे लो-बर्थ वेट बेबी कहा जाता है।
अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ रोशन उपाध्याय ने बताया कि जुड़वा को ट्विंस, तीन बच्चों के जन्म को ट्रिप्लेट्स और चार बच्चाें के जन्म को क्वाड्रूप्लेट्स कहा जाता है। नगरी की महिला ने क्वाड्रूप्लेट्स से चार बच्चों को जन्म दी है। 3 से 5 लाख डिलवरी में ऐसा एक बार होता है।
अच्छी बात यह है कि चारों बच्चे और प्रसूता पांचों स्वस्थ हैं। बच्चों का जन्म 15 मार्च को हुआ है। हाई बीपी, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के कारण महिला नगरी से रेफर होकर धमतरी पहुंची थी। सोनोग्राफी के माध्यम से पहले से ही परिवार को चार बच्चों को जानकारी दी। ऑपरेशन से डिलवरी हुई है। पहला बच्चा 1.500 किग्रा, दूसरा 1.300 किग्रा, तीसरा बच्चा 1.100, चौथा 900 ग्राम का है।
इस मौके पर बच्चों के पिता ने कहा कि वह मजदूरी करते हैं और घर में और कोई कमाने वाला नहीं है। परिवार में बहुत सालों से बच्चे की चाह थी। 5 साल से कोशिश कर रहे थे, पर बच्चे नहीं हो रहे थे। अब एक साथ चार बच्चे हो गए, तो बहुत खुशी है…. लेकिन चिंता भी है। उनका कहना है कि अगर एक बच्चा होता तो पालन-पोषण आसान होता, पर चार बच्चों को पालना मुश्किल है। उन्होंने सरकार से मदद की मांग की है। परिवार के लोग भी बहुत खुश हैं और सभी बच्चे और मां को देखने अस्पताल आ रहे हैं।
डॉ रोशन उपाध्याय ने बताया कि ट्रिप्लेट्स, क्वाड्रूप्लेट्स की स्थिति चार प्रमुख कारणों से होती है। इनमें पहला एक से अधिक अंडाणु का निषेचित होना। दूसरा एक निषेचित अंडाणु का अंदर से कई भागों में बंट जाना। तीसरा परखनली शिशु के माध्यम से दो या तीन शिशुओं का जन्म, लेकिन कॉमन भी माना जाता है। चौथा लेट डिलवरी, लेट मैरिज से ऐसी स्थिति बनती है।