CG Murder Case: धमतरी के कुरुद थाना क्षेत्र में दो दोस्तों ने मिलकर अपने-अपने पिता की हत्या कर दी। हत्याओं से शायद ही कभी पर्दा उठता, लेकिन...
CG Murder Case:धमतरी के कुरूद ब्लाक के ग्राम सिवनीकला और बकली में दो बुजुर्गो की हत्या हो गई थी। मृतकों के बेटों ने ही हत्या की साजिश रचकर घटना को अंजाम दिया था। गुरूवार को पुलिस ने हत्या के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। बता दें कि पत्रिका ने बुधवार के अंक में ही बुजुर्गो की हत्या में उनके बेटों का ही हाथ होना जाहिर कर दिया था। गुरूवार को पुलिस ने इसका खुलासा किया।
दोनों हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि जमीन संबंधी विवाद के बाद ग्राम सिवनीकला निवासी फिरंता पटेल (82) को उसके बडे़ पुत्र पूनमचंद पटेल अपने साथी सुदामा देवांगन, मिथलेश देवांगन एवं हरीश कुमार साहू केे साथ मिलकर षडयंत्र रचकर जमीन, ऋण पुस्तिका एवं पैसों की लालच में बीते 6 मई की रात गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद साक्ष्य छिपाने के लिए पिता को सामान्य मृत्यृ होना समझकर सामाजिक रीति रिवाज से शव का कफन दफन कर दिया गया। इसी तरह दूसरे मामले में ग्राम बकली में भी इसी तरह बुजुर्ग की हत्या उसके बेटे ने ही कर दी।
CG Murder Case: पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग पंचनामा देवांगन (60) को उसके पुत्र सुदामा देवांगन कर्ज में डूबने के कारण पैतृक जमीन को बिक्री करना चाहता था। इस पर पंचराम को आपत्ति थी। इस कारण आरोपी सुदामा देवांगन ने अपने साथी पूनमचंद पटेल, हरीश कुमार साहू के साथ मिलकर बीते 14 मई को षडयंत्र रचकर सुबह 10 बजे घर में अकेला पाकर पिता पंचराम का टावेल से मुंह, नाक, गला दबाकर हत्या कर दिया। घटना समय आरोपी ने अपनी मां एवं पत्नी को खेत भेज दिया था। पिता को मारने के बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से इसे सामान्य मृत्यु बताकर दाह संस्कार कर दिया था।
पुलिस ने बताया कि फिरंता पटेल की हत्या के बाद पुत्र पूनमचंद ने सहयोगी सुदामा देवांगन (29) पिता पंचराम बकली को 70 हजार, मिथलेश देवांगन (21) पिता ओंकार नाथ बकली को 70 हजार एवं हरीश कुमार साहू (18) पिता तेजराम साहू बकली को 70 हजार रुपए देना स्वीकार किया है। हत्या में प्रयुक्त गमछा, ऋण पुस्तिका, प्लेटिना बाइक एवे मोबाइल बरामद किया गया है। दोपहर बाद पुलिस ने आरोपियों को धारा 302,201,120-बी,34 के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।