CG Crime: एयरगन से सिर में मारकर घायल किया था। चीख पुकार सुनकर संचालक की बेटी दुकान पहुंची तो आरोपियों ने उस पर एयरगन से फायरिंग की थी।
CG Crime: धमतरी पुलिस को 194 दिन बाद ज्वेलर्स में हुए गोली कांड के आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है। रविवार को एसपी सूरज सिंह परिहार ने मामले का खुलासा किया। 13 मई को लूट के उद्देश्य से आरोपी रायपुर रोड स्थित बरड़िया आभूषण में पहुंचे थे। बुजुर्ग संचालक पर एयरगन से सिर में मारकर घायल किया था। चीख पुकार सुनकर संचालक की बेटी दुकान पहुंची तो आरोपियों ने उस पर एयरगन से फायरिंग की थी। फायरिंग होने और पकड़े जाने के भय से आरोपी लूट की घटना को अंजाम नहीं दे पाए। पुलिस के अनुसार लूट की प्लानिंग आरोपियों ने महीनेभर पहले ही कर ली थी।
पेशे से दोनों आरोपी कुंवरसिंह भदोरिया, अमरपाल सिंह ट्रक ड्रायवर हैं। लाईएश लेकर धमतरी आते-रहते थे। इसी दौरान बरड़िया ज्वेलर्स में लूट की घटना को अंजाम देने टारगेट किया। घटना के दिन वारदात को अंजाम देने से तीन घंटे पहले ही मोबाइल बंद कर दिए थे। यही नहीं घटना के बाद भी घंटों तक मोबाइल बंद रखे। एसपी सूरजसिंह परिहार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज रिवीजन में सस्पेक्ट नजर आया और इसके बाद नए सिरे से जांच हुई। साइबर व कोतवाली टीम के सहयोग से छत्तीसगढ़ सहित महाराष्ट्र व गोवा तक जांच के लिए टीम गई।
पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि एक आरोपी कुंवरसिंह भदोरिया (३१) पिता रामकुमार (इंगुरी जिला भिंड मप्र) गोवा में छिपा है। टीम गोवा के लिए रवाना हुई तो भिंड की ओर भागने लगे। आरोपी को नागपुर से गिरतार किया गया। इसी तरह मसूरीलहर (जिला भिंड मप्र) निवासी अमरपाल सिंह (३०) पिता धर्मेन्द्र सिंह को रायगढ़ से गिरतार किया गया। दोनों आरोपियों ने एक अन्य साथी के साथ वारदात करना स्वीकार किया। फरार साथी की तलाश जारी है।
पेशेे से ट्रक ड्रायवर आरोपियों ने लूट की फुलप्रूफ प्लानिंग कर रखी थी। घटना के बाद नहर से बायपास होते दोनों आरोपी भखारा की ओर भाग गए। पुलिस ने शुरूवाती जांच में 150 से अधिक फुटेज कलेक्ट कर रखे थे, लेकिन सस्पेक्ट की पहचान नहीं कर पाए। इसके बाद पुलिस ने जीरो से फुटेज का रिवीजन किया। टेक्निकल साक्ष्य एकत्रित कर रूट की पहचान की। अन्य राज्यों की पुलिस की मदद से सस्पेक्ट की पहचान हुई। इसके बाद आरोपियों की तलाश के लिए 3 राज्यों तक टीम ने खाक छाना। शातिर लुटेरों ने तकनीकी साक्ष्य से बचने के लिए मोबाइल का उपयोग नहीं किया। धमतरी पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी और 194 दिन के अथक प्रयास से आरोपियों को गिरतार कर पाई।
धमतरी की खबरों पर रखते रहे नजर
लूट के असफल प्रयास के बाद आरोपी अलग-अलग दिशा में भाग निकले। बिलासपुर के बाद से छुपने के लिए दूसरे राज्यों की पनाह लिए। सोशल मीडिया में इस घटना से जुड़ी खबरें देखते रहे। आरोपियों को लगता कि पुलिस उन तक पहुंच जाएगी, तब लोकेशन व मोबाइल बदलकर फिर से ठिकाना बदल लेते थे। इधर आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ज्वेलर्स संचालक ने एसपी से मिलकर धन्यवाद ज्ञापित किया है।