CM Naunihal Scholarship Scheme: आवेदन के लिए अब सिर्फ 10 दिन शेष है इसलिए आवेदन करने के लिए महिला श्रमिकों में होड़ मची हुई है, लेकिन नियमों के पेंच के चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
CM Naunihal Scholarship Scheme: मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। इस योजना के तहत पात्रता रखने वाले श्रमिकों के बच्चों को कक्षा-1ली से लेकर स्नातकस्तर तक क्रमश: 10 हजार रूपए से लेकर 1 लाख रूपए की छात्रवृत्ति मिलती है। आवेदन के लिए अब सिर्फ 10 दिन शेष है इसलिए आवेदन करने के लिए महिला श्रमिकों में होड़ मची हुई है, लेकिन नियमों के पेंच के चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार श्रम विभाग में भवन एवं सन्निर्माण के तहत मुख्यमंत्री नौनिहाल योजना वर्ष-2010 में यह योजना शुरू की गई है। अब तक 2 लाख 43 हजार 254 लोगों ने इस सेक्शन के लिए आवेदन किया था, जिसमें से 1 लाख 22 हजार 96 पंजीकृत श्रमिक है। मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना के तहत 21 दिसंबर 2019 से लेकर 21 दिसंबर 2024 तक कुल 74 हजार 442 आवेदन मिले हैं। 15230 प्रक्रियाधीन है। 48412 निराकृत और 8800 निरस्त हुए हैं।
CM Naunihal Scholarship Scheme: मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना के तहत श्रमिकों के बच्चों को कक्षा 1 से लेकर 5वीं तक छात्र को 1 हजार तथा छात्राआें को 1500 रूपए की राशि मिलती है। 6वीं से 8वीं तक छात्र को 1500 और छात्राओं को 2000, 9वीं से 12वीं तक के छात्र को 2000 और छात्राओं को 3000 प्रदान किया जाता है। इसी तरह बीए, बएससी, बीकॉम, आईटीआई और डिप्लोमा आदि व्यक्तियों को 3000 और छात्राओं को 4000 तथा पोस्ट ग्रजुएट एमए, एमकॉम में छात्रों को 5000 और छात्राओं को 6000 रूपए सीधे खाते में ट्रांसफर किया जाता है।
योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिकों को नियोजक प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, बच्चे और श्रमिक का आधार कार्ड, विगत कक्षा में उत्तीर्ण अंकसूंची, स्व घोषणा पत्र और प्राचार्य द्वारा जारी सर्टिफिकेट अनिवार्य है। दस्तावेज तो मिल जा रहे, लेकिन वार्षिक आय को लेकर तय की गई लिमिट से अधिकांश श्रमिक हितग्राही आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। श्रमिक परमिला सोनवानी, संतोषी निर्मलकर ने बताया कि महंगाई के दौर में पारिश्रमिक भी बढ़ा है। इस मान से 1.80 लाख रूपए की वार्षिक गरीबी रेखा के अंतर्गत माना जाता है। इस योजना में वार्षिक आय 1 लाख रूपए दी गई है। इसमें परिवर्तन करना चाहिए। नियमों के पेंच के चलते अधिकांश अपात्र हो जा रहे।