Sushasan Tihar: अधिकांश आवेदनों का निराकरण नहीं हुआ। अफसरशाही हावी होने के चलते ही फरियादियों को भटकना पड़ रहा था। अभी भी जिले के लोग छोटी-छोटी समस्याओं से जूझ रहे हैं..
Sushasan Tihar: तत्कालीन कलेक्टर नम्रता गांधी के कार्यकाल में प्रशासनिक कसावट नहीं दिखी। छोटी-छोटी समस्याओं के लिए लोग लंबी दूरी तय कर कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचते थे। इसके बावजूद अधिकांश आवेदनों का निराकरण नहीं हुआ। अफसरशाही हावी होने के चलते ही फरियादियों को भटकना पड़ रहा था। अभी भी जिले के लोग छोटी-छोटी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
यही कारण है कि पिछले 3 दिनों में ही सुशासन तिहार शिविर में 48477 आवेदन मिल चुके हैं। जिलेवासियों को अब राज्य शासन के सुशासन तिहार शिविर से न्याय की उम्मीद बंधी है। सुशासन तिहार के शिविर में आवास, स्वास्थ्य सहायता, मनरेगा जॉब कार्ड, विद्युत, पेयजल, किसान क्रेडिट कार्ड, पेंशन, साफ-सफाई, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड जैसे सामान्य आवेदन ही ज्यादा आ रहे। इसके अलावा राजस्व से संबंधित आवेदन भी मिल रहे हैं। मांग और शिकायत रखने के लिए ऑनलाइन सुविधा भी दी गई है। संबंधित आवेदक .sushasantihar.cg.nic.in पर अपनी समस्या रख सकते हैं।
नए कलेक्टर अबिनाश मिश्रा के आने के बाद विकास कार्यों के लिए प्रोजेक्ट बनाने से लेकर सरकारी कामकाज में कसावट लाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों को 10 बजे तक उपस्थित होने के निर्देश हैं। अवहेलना करने वालों पर कार्रवाई भी हो रही है। टीएल बैठक में प्राप्त आवेदनों एवं सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा हो रही है। केन्द्रीय योजनाओं को लेकर टारगेट भी दिया जा रहा। पिछले कलेक्टर के कार्यकाल में मॉनिटरिंग का अभाव रहा। फिलहाल कलेक्टर जनदर्शन, सुशासन तिहार एवं विभागीय कार्यों की सतत समीक्षा से फरियादियों को समय पर न्याय मिलने की उम्मीद दिख रही है।
राज्य शासन द्वारा 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक पहले चरण का सुशासन तिहार मनाया जा रहा है। दूसरे चरण में एक महीने के भीतर प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जाएगा। तीसरे व अंतिम चरण में 5 मई से 31 मई तक समाधान शिविरों का आयोजन होगा। प्रशासनिक स्तर पर शिकायत पेटी में प्राप्त आवेदनों के निराकरण को लेकर तैयारी चल रही है। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे। नगर निगम स्तर पर आयुक्त व नगर पंचायत स्तर पर सीएमओ को जिम्मेदारी दी गई है।