धार

Dhar-मेडिकल कॉलेज के साथ ही प्रस्तावित जमीन पर जिला अस्पताल, क्रिटिकल केयर और चाइल्ड हेल्थ यूनिट होंगे शिफ्ट, स्वास्थ्य सुविधाओं का बढ़ेगा दायरा

-विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव, टेंडर भी जारी, 30 करोड़ के लगभग खर्च होगी राशि

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Dec 17, 2025
health department

धार.
शहर के आमखेड़ा के समीप मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्तावित 19.5 हेक्टेयर जमीन कंजर्वेशन लैंड से बाहर होने के बाद जिला अस्पताल की दो प्रमुख यूनिट के निर्माण का रास्ता भी साफ हो गया है। क्रिटिकल यूनिट और मेटरनल चाइल्ड हेल्थ यूनिट की स्थापना की जाएगी। करीब दो सालों से दोनों यूनिट स्वीकृत होने के बाद चालू नहीं हो पाई है। पूर्व में यह दोनों यूनिट जिला अस्पताल कैंपस में ही बनना तय हुई थीं। लेकिन पर्याप्त जगह नहीं होने से आधुनिक यूनिट आकार नहीं ले पाई। अब नई जगह पर अस्पताल सहित दोनों यूनिट को शिफ्ट करने की योजना तैयार की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसका प्रस्ताव बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग को आमखेड़ा में मेडिकल कॉलेज के लिए 17.87 हेक्टेयर जमीन आवंटित हुई है। इसमें 10 हेक्टेयर जमीन पर मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग और शेष सात हेक्टेयर में क्रिटिकल केयर और मेटरनल चाइल्ड हेल्थ्य यूनिट की स्थापना की जाएगी। इससे स्वास्थ्य सुविधाओं का दायरा बढ़ेगा और मरीजों को उसका लाभ मिलेगा।

30 करोड़ की राशि खर्च होगी, सौ-सौ बेट की सुविधा

क्रिटिकल और चाइल्ड केयर यूनिट में सौ-सौ बेड की सुविधा मरीजों के लिए रहेेगी। जिनके निर्माण पर करीब 30 करोड़ की राशि खर्च होगी। दोनो यूनिट मेडिकल कॉलेज भवन के आगे वाले हिस्से में बनेगी। इस यूनिट का निर्माण बीडीसी द्वारा किया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण के साथ ही दोनों यूनिट की निर्माण शुरू होगा।

ऐसे काम करेगी दोनों यूनिट

क्रिटिकल यूनिट:-एक्सीडेंट और जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए चौबीस घंटे मेडिकल सुविधा उपलब्ध होगी। वेंटीलेटर, मॉनिटर सहित अन्य मशीनों से लैस होकर विशेष डॉक्टर तैनात रहेंगे। इसकी क्षमता सौ बेड की रहेगी। स्ट्रोक, हार्ट अटैक, व संक्रमण संबंधित बीमारियों में मरीजों को इलाज मिलेगा
चाइल्ड हेल्थ केयर यूनिट:-नवजात शिशु व बच्चों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने और देखभाल की व्यवस्था रहेगी। नवजात बच्चों के लिए एनआइसीयू की स्थापना की जाएगी। यूनिट में विशेषज्ञ डॉक्टरोंं के साथ नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की टीम रहती है। इसकी क्षमता भी सौ बेड निर्धारित है।

दो साल से स्वीकृति, जगह के अभाव में निर्माण नहीं

स्वास्थ्य सुविधा की दृष्टि से दोनों यूनिट बेहद जरुरी है। प्रदेश के अन्य जिलों की तरह धार में भी इनकी स्वीकृति मिली थी। लेकिन दो साल से जगह के अभाव में यूनिट का निर्माण नहीं हो पाया। मजबूरी में गंभीर मरीजों को अस्पताल से इंदौर या फिर प्राइवेट अस्पताल रेफर कर दिया जाता है।

पूर्व में बन चुका है प्रस्ताव

मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्तावित जमीन पर अस्पताल और क्रिटिकल व चाइल्ड हेल्थ केयर यूनिट भी शिफ्ट की जाएगी। इसका प्रस्ताव पूर्व में बन चुका है। अभी तक जमीन का इश्यू था, वह दूर हो गया है। मेडिकल कॉलेज के साथ ही दोनों यूनिट का निर्माण भी शुरु होने की उम्मीद है।

डॉ. मुकुंद बर्मन, प्रभारी सीएमएचओ व सिविल सर्जन जिला अस्पताल

Published on:
17 Dec 2025 12:22 pm
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