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Ganesha 101 Names: गणेश जी के 101 नाम कौन से हैं, जानिए भगवान गणेश के सभी नामों का मतलब

Ganesha 101 Names: शास्त्रों और पुराणों में भगवान गणेश की महिमा की अनेकों गाथाओं का विस्तार से वर्णन मिलता है। इनको गणेश भगवान को गजानन, गणपति, विनायक, लम्बोदर, गौरीपुत्र, गणेश आदि नामों से जाना जाता है। लेकिन क्या आपको गणेश भगवान के सभी नामों का मतलब पता है? आइए यहां जानते हैं सिद्धि विनाय के 101 नामों का सही मतलब।

3 min read
Nov 20, 2024
जानिए गणेश जी के 101 नाम और उनका हिंदी अर्थ

Ganesha 101 Names: गणेश जी को हिंदू धर्म में प्रथम पूजनीय देवता माना गया है। किसी भी मंगल कार्य की शुरुआत गणेश भगवान की पूजा से ही की जाती है। क्योंकि गणेश जी को सिद्धि विनायक भी कहा जाता है। मान्यता है कि इनकी पूजा से शुरु किया गया कार्य सफल होता है। लेकिन क्या आपको पता कि गणेश भगवान को कितने नामों से जाना जाता है। आइए जानते हैं गणेश जी के कुछ प्रमुख नाम -

गणेश भगवान के नाम और उनके हिंदी अर्थ (Ganesh Bhagwan Ke Name Aur Hindi Arth)

  1. बालगणपति : सबसे प्रिय बालक
  2. गणपति - सभी गणों के स्वामी
  3. विनायक - मार्गदर्शक और शुभ कार्य के आरंभकर्ता
  4. गजमुख - हाथी का मुख धारण करने वाले
  5. एकदंत - एक ही दांत वाले
  6. लम्बोदर - बड़े उदर वाले
  7. विघ्नहर्ता - विघ्नों को दूर करने वाले
  8. सिद्धिविनायक - सफलता देने वाले
  9. बालचंद्र - चंद्रमा को मस्तक पर धारण करने वाले
  10. मंगलमूर्ति - मंगल करने वाले
  11. धूम्रकेतु - धुएं के ध्वज वाले
  12. गणपति : सभी गणों के मालिक
  13. गौरीसुत : माता गौरी के बेटे
  14. लम्बकर्ण : बड़े कान वाले देव
  15. लम्बोदर : बड़े पेट वाले
  16. महाबल : अत्यधिक बलशाली
  17. महागणपति : देवादिदेव
  18. महेश्वर: सारे ब्रह्मांड के भगवान
  19. मंगलमूर्ति : सभी शुभ कार्यों के देव
  20. मूषकवाहन : जिनका सारथी मूषक है
  21. निदीश्वरम : धन और निधि के दाता
  22. प्रथमेश्वर : सब के बीच प्रथम आने वाले
  23. शूपकर्ण : बड़े कान वाले देव
  24. शुभम : सभी शुभ कार्यों के प्रभु
  25. सिद्धिदाता: इच्छाओं और अवसरों के स्वामी
  26. सिद्दिविनायक : सफलता के स्वामी
  27. सुरेश्वरम : देवों के देव।
  28. वक्रतुण्ड : घुमावदार सूंड वाले
  29. अखूरथ : जिसका सारथी मूषक है
  30. अलम्पता : अनन्त देव।
  31. अमित : अतुलनीय प्रभु
  32. अनन्तचिदरुपम : अनंत और व्यक्ति चेतना वाले
  33. अवनीश : पूरे विश्व के प्रभु
  34. अविघ्न : बाधाएं हरने वाले।
  35. भीम : विशाल
  36. भूपति : धरती के मालिक
  37. भुवनपति: देवों के देव।
  38. बुद्धिप्रिय : ज्ञान के दाता
  39. बुद्धिविधाता : बुद्धि के मालिक
  40. चतुर्भुज: चार भुजाओं वाले
  41. देवादेव : सभी भगवान में सर्वोपरि
  42. देवांतकनाशकारी: बुराइयों और असुरों के विनाशक
  43. देवव्रत : सबकी तपस्या स्वीकार करने वाले
  44. देवेन्द्राशिक : सभी देवताओं की रक्षा करने वाले
  45. धार्मिक : दान देने वाले
  46. दूर्जा : अपराजित देव
  47. द्वैमातुर : दो माताओं वाले
  48. एकदंष्ट्र: एक दांत वाले
  49. ईशानपुत्र : भगवान शिव के बेटे
  50. गदाधर : जिनका हथियार गदा है
  51. गणाध्यक्षिण : सभी पिंडों के नेता
  52. गुणिन: सभी गुणों के ज्ञानी
  53. हरिद्र : स्वर्ण के रंग वाले
  54. हेरम्ब : मां का प्रिय पुत्र
  55. कपिल : पीले भूरे रंग वाले
  56. कवीश : कवियों के स्वामी
  57. कीर्ति : यश के स्वामी
  58. कृपाकर : कृपा करने वाले
  59. कृष्णपिंगाश : पीली भूरी आंख वाले
  60. क्षेमंकरी : माफी प्रदान करने वाला
  61. क्षिप्रा : आराधना के योग्य
  62. मनोमय : दिल जीतने वाले
  63. मृत्युंजय : मौत को हराने वाले
  64. मूढ़ाकरम : जिनमें खुशी का वास होता है
  65. मुक्तिदायी : शाश्वत आनंद के दाता
  66. नादप्रतिष्ठित : जिन्हें संगीत से प्यार हो
  67. नमस्थेतु : सभी बुराइयों पर विजय प्राप्त करने वाले
  68. नन्दन: भगवान शिव के पुत्र
  69. सिद्धांथ: सफलता और उपलब्धियों के गुरु
  70. पीताम्बर : पीले वस्त्र धारण करने वाले
  71. प्रमोद : आनंद 72. पुरुष : अद्भुत व्यक्तित्व
  72. रक्त : लाल रंग के शरीर वाले
  73. रुद्रप्रिय : भगवान शिव के चहेते
  74. सर्वदेवात्मन : सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकर्ता
  75. सर्वसिद्धांत : कौशल और बुद्धि के दाता
  76. सर्वात्मन : ब्रह्मांड की रक्षा करने वाले
  77. ओमकार : ओम के आकार वाले
  78. शशिवर्णम : जिनका रंग चंद्रमा को भाता हो
  79. शुभगुणकानन : जो सभी गुणों के गुरु हैं
  80. श्वेता : जो सफेद रंग के रूप में शुद्ध हैं
  81. सिद्धिप्रिय : इच्छापूर्ति वाले
  82. स्कन्दपूर्वज : भगवान कार्तिकेय के भाई
  83. सुमुख : शुभ मुख वाले
  84. स्वरूप : सौंदर्य के प्रेमी
  85. तरुण : जिनकी कोई आयु न हो
  86. उद्दण्ड : शरारती
  87. उमापुत्र : पार्वती के पुत्र
  88. वरगणपति : अवसरों के स्वामी
  89. वरप्रद : इच्छाओं और अवसरों के अनुदाता
  90. वरदविनायक: सफलता के स्वामी
  91. वीरगणपति : वीर प्रभु
  92. विद्यावारिधि : बुद्धि के देव
  93. विघ्नहर : बाधाओं को दूर करने वाले
  94. विघ्नहत्र्ता: विघ्न हरने वाले
  95. विघ्नविनाशन : बाधाओं का अंत करने वाले
  96. विघ्नराज : सभी बाधाओं के मालिक
  97. विघ्नराजेन्द्र : सभी बाधाओं के भगवान
  98. विघ्नविनाशाय : बाधाओं का नाश करने वाले
  99. विघ्नेश्वर : बाधाओं के हरने वाले भगवान
  100. विकट : अत्यंत विशाल

इस प्रकार गणेश जी के 101 नामों के स्मरण और लक्ष्मी जी के साथ उनकी पूजा से व्यक्ति के जीवन में बुद्धि, धन और सुख-शांति का आगमन होता है। यह हमारी संस्कृति और परंपराओं की अद्भुत विशेषता है।

Published on:
20 Nov 2024 04:26 pm
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