Navratri Ke Niyam in hindi: शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है, इसके बाद कलश स्थापना कर दस दिन तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाएगी। उपवास रखा जाएगा और नवमी पर कन्या पूजन कर व्रत पूरा किया जाएगा। लेकिन संपूर्ण फल के लिए इन नौ नियमों का पालन जरूरी है। आइये जानते हैं नवरात्रि के 9 नियम और किस दिशा में करें कलश स्थापना (kalash sthapana direction) ..
Navratri Ke Niyam in hindi: कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास के अनुसार नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। कलश स्थापना को घट स्थापना भी कहा जाता है। नवरात्रि की शुरुआत घट स्थापना के साथ ही होती है। यह घट स्थापना विशेष रूप से शक्ति की देवी का आह्वान है।
मान्यता है कि गलत समय में घट स्थापना करने से देवी मां क्रोधित हो सकती हैं। रात के समय और अमावस्या के दिन घट स्थापित करने की मनाही है। घट स्थापना का सबसे शुभ समय प्रतिपदा का एक तिहाई भाग बीत जाने के बाद होता है।
अगर किसी कारण वश आप उस समय कलश स्थापित न कर पाएं तो अभिजित मुहूर्त में भी स्थापित कर सकते हैं। प्रत्येक दिन का आठवां मुहूर्त अभिजित मुहूर्त कहलाता है। सामान्यत: यह 40 मिनट का होता है। साथ ही कुछ नवरात्रि के नियम का पालन जरूरी है वर्ना व्रत का पूरा फल नहीं मिलता। आइये जानते हैं वो 9 नियम कौन से हैं…
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