
राहु ग्रह शांति मंत्र
Navratri 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु को छाया ग्रह और पापी ग्रह के नाम से जाना जाता है। राहु कुंडली के अलग-अलग भावों पर अलग प्रभाव डालता है, जिसके कारण जीवन पर बड़ा असर होता है। कुंडली में इसके मजबूत और शुभ स्थान पर होने से जातक को अच्छे परिणाम और खराब होने या अशुभ स्थान पर होने से बुरे परिणाम मिलते हैं।
यह कठोर वाणी, जुआ, यात्रा, चोरी, दुष्ट कर्म, त्वचा के रोग, धार्मिक यात्राओं का कारक माना जाता है और खराब होने पर लोगों को दिग्भ्रमित कर देता है। इसका जीवन पर खासा दुष्प्रभाव पड़ता है। इसको नियंत्रित करने की शक्ति मां दुर्गा को प्राप्त है। ऐसे में यदि राहु सता रहा है तो व्यक्ति को हमेशा मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए।
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ऊँ ह्रीं उमा देव्यै नमः
ऊँ क्रां क्रीं क्रूं कालिका देव्यै नमः
ऊँ दुं दुर्गायै नमः
ऊँ ललिता देव्यै नमः
ऊँ ऐं महासरस्वती देव्यै नमः
ऊँ शूल धारिणी देव्यै नमः
ऊँ ह्रीं महालक्ष्म्यै नमः
ऊँ शक्तिरूपायै नमः या ऊँ क्लीं कामाख्यै नमः
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
ऊँ पां पार्वती देव्यै नमः
ऊँ पां पार्वती देव्यै नमः
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं दुर्गा देव्यै नमः
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डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
Updated on:
03 Oct 2024 11:28 am
Published on:
29 Sept 2024 08:10 pm
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