Vastu Tips : क्या लिविंग रूम या बेडरूम में भगवान की फोटो लगाना सही है? जानें वास्तु शास्त्र के अनुसार भगवान की तस्वीर लगाने की सही दिशा, ऊंचाई और नियम जिससे घर में आए सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति।
Vastu Tips for Bedroom : भारतीय संस्कृति में भगवान की मूर्ति या तस्वीर घर में लगाने की परंपरा बहुत प्राचीन है। यह केवल आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि घर में शांति, सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक संतुलन बनाए रखने का माध्यम भी मानी जाती है। कहा जाता है कि जहां ईश्वर का वास होता है, वहां नकारात्मकता कभी नहीं टिकती। लेकिन क्या भगवान की फोटो घर के किसी भी कोने में लगाई जा सकती है? वास्तु शास्त्र के अनुसार इसका उत्तर है, नहीं। भगवान की मूर्ति या तस्वीर लगाने के भी कुछ नियम और दिशाएं तय की गई हैं, जिनका पालन करना बहुत आवश्यक है।
घर का लिविंग रूम यानी ड्रॉइंग रूम वह स्थान होता है जहां परिवार एक साथ बैठता है और अतिथि आते हैं। यह घर का सबसे ऊर्जावान और सक्रिय हिस्सा माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, लिविंग रूम में भगवान की तस्वीर लगाना शुभ होता है, बशर्ते कि उसे सही दिशा और ऊंचाई पर लगाया जाए।
भगवान की तस्वीर उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में लगाना सबसे उत्तम माना गया है। यह दिशा आध्यात्मिकता, ज्ञान और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होती है। आप यहां भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, भगवान गणेश या राधा-कृष्ण की तस्वीर लगा सकते हैं। ध्यान रखें कि फोटो जमीन से कम से कम पांच फीट ऊपर होनी चाहिए और उसके सामने जूते-चप्पल या गंदगी न हो। फोटो के आस-पास साफ-सफाई बनी रहे तो घर में सुख-शांति और समृद्धि बढ़ती है।
बेडरूम घर का सबसे निजी और आरामदायक हिस्सा होता है, जहां मानसिक और शारीरिक विश्राम होता है। लेकिन यही वजह है कि यहां भगवान की तस्वीर लगाते समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए। वास्तु शास्त्र कहता है कि बेडरूम में भगवान की तस्वीर ऐसी जगह नहीं लगानी चाहिए जहां आप सोते समय पीठ या पैर भगवान की ओर हों।
अगर आप बेडरूम में ईश्वर की फोटो लगाना चाहते हैं, तो उसे भी उत्तर-पूर्व दिशा में लगाएं और ऊंचाई पर रखें। ऐसी तस्वीर चुनें जिसमें भगवान ध्यान मुद्रा में हों या शांत भाव में दिख रहे हों, क्योंकि यह कमरे की ऊर्जा को स्थिर और शांत बनाए रखती है। वहीं, भगवान के क्रोधित रूप जैसे महाकाल या काली माता की तस्वीर बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए। इससे कमरे की ऊर्जा तीव्र और अस्थिर हो सकती है, जिससे मन अशांत रहता है। इसलिए, भगवान की मूर्ति या तस्वीर लगाते समय दिशा, स्थान और भाव का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सही जगह पर ईश्वर का वास न केवल आपके घर में सकारात्मकता लाता है, बल्कि मानसिक शांति और सौभाग्य भी प्रदान करता है।