जिला स्तरीय प्रदर्शनी में सात बाल वैज्ञानिकों का राज्य स्तरीय प्रदर्शनी हेतु चयन किया गया है। जिसमें ट्रैफिक जाम की समस्या से अवगत कराने तथा ट्रैफिक को डाइवर्ट करने का मॉडल, दिव्यांगों के लिए आई कॉन्टेक्ट व्हीलचेयर, वाकिंग शूज से ऊर्जा का उत्पादन, पंखा और लाइट युक्त छाता, बिना हैंडल का दिव्यांगों के लिए छाता सहित विभिन्न मॉडलों को विजिट करने आए एडीईओ रोहित बिष्ट, विनोद सोलंकी, गिर्राज शर्मा, फतेह सिंह, अनिल शर्मा उप प्राचार्य, अंजना जैन, राजीव तोमर, जितेन्द्र सिंह परमार सहित शिक्षकों ने सराहा।
इंस्पायर अवार्ड योजना: जिला स्तरीय प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में प्रदर्शन किए मॉडल
धौलपुर. इंस्पायर अवार्ड योजना के अंतर्गत जिले के चिह्नित 112 विद्यार्थियों ने पीएमश्री सिटी कोतवाली स्कूल में जिला स्तरीय प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में अपने नवाचारी मॉडलों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए सीडीईओ महेश कुमार मंगल एवं जिला शिक्षा अधिकारी सुक्खो देवी ने बच्चों ने बनाए मॉडलों पर उनके विचारों को साकार रूप देने के लिए मेंटर शिक्षकों को धन्यवाद दिया।
ज्यूरी सदस्यों ने मॉडलों का किया आकलन
बाल वैज्ञानिकों ने बनाए मॉडलों का आकलन नवाचारों, रचनात्मकताए व्यवहारिकताए पर्यावरण अनुकूलता, नवीनता और तकनीक के आधार पर ज्यूरी सदस्य करते हैं। इसमें राष्ट्रीय नव प्रवर्तन प्रतिष्ठान गांधीनगर के सीनियर प्रोजेक्ट एसोसिएट विरल चौधरी, विपरपुर स्कूल के उप प्राचार्य अतुल चौहान और गल्र्स स्कूल से मंजू जादौन ने ज्यूरी सदस्यों के रूप में काम किया। ज्यूरी मेंबर अतुल चौहान ने बताया कि जिला स्तरीय प्रदर्शनी में सात बाल वैज्ञानिकों का राज्य स्तरीय प्रदर्शनी हेतु चयन किया गया है। जिसमें ट्रैफिक जाम की समस्या से अवगत कराने तथा ट्रैफिक को डाइवर्ट करने का मॉडल, दिव्यांगों के लिए आई कॉन्टेक्ट व्हीलचेयर, वाकिंग शूज से ऊर्जा का उत्पादन, पंखा और लाइट युक्त छाता, बिना हैंडल का दिव्यांगों के लिए छाता सहित विभिन्न मॉडलों को विजिट करने आए एडीईओ रोहित बिष्ट, विनोद सोलंकी, गिर्राज शर्मा, फतेह सिंह, अनिल शर्मा उप प्राचार्य, अंजना जैन, राजीव तोमर, जितेन्द्र सिंह परमार सहित शिक्षकों ने सराहा। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता राजीव तोमर ने किया।
74 विद्यालयों के छात्र रहे उपस्थित
इस अवसर पर 74 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं एवं उनके मेंटर शिक्षक सहित अभिभावक उपस्थित रहे। प्रदर्शनी में भाग लेने वाले सभी बाल वैज्ञानिकों को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए प्रधानाचार्या रमन परमार ने वर्तमान युग में विज्ञान और तकनीकी के प्रति बच्चों के रुझान को प्रोत्साहित करने हेतु विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों के संचालित करने की आवश्यकता पर बल देने को कहा।