शहर में नाबालिग के साथ घिनौनी हरकत करने वाले फरार इनामी आरोपित रामभरोसी सिसोसिया को पुलिस ने सोमवार को यूपी के मथुरा जिले के गोवर्धन से धरदबोचा। बचने के लिए आरोपित ने महिला का वेश धारण कर दुकान के पास बैठा था। उसने काला बुर्का पहन रखा था। पुलिस घटना के बाद से लगातार राजस्थान समेत यूपी के आसपास के जिलों में तलाश कर रही थी। आरोपित आरएसी का बर्खास्त सिपाही है।
- गोवर्धन में महिला की वेशभूषा में दुकान के पास छिपा मिला
- महिलाओं को प्रभावित करने को खुद को बताता था पुलिस अधिकारी
- धौलपुर शहर में नाबालिग के साथ घिनौनी हरकत करने का मामला
धौलपुर. शहर में नाबालिग के साथ घिनौनी हरकत करने वाले फरार इनामी आरोपित रामभरोसी सिसोसिया को पुलिस ने सोमवार को यूपी के मथुरा जिले के गोवर्धन से धरदबोचा। बचने के लिए आरोपित ने महिला का वेश धारण कर दुकान के पास बैठा था। उसने काला बुर्का पहन रखा था। पुलिस घटना के बाद से लगातार राजस्थान समेत यूपी के आसपास के जिलों में तलाश कर रही थी। आरोपित आरएसी का बर्खास्त सिपाही है। आरोपित पुलिस अधिकारी बनकर नाबालिग और महिलाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था और फिर शोषण करता था। एसपी विकास सांगवान ने बताया कि पकड़े 58 वर्षीय आरोपित रामभरोसी को गलत हरकतों के चलते आरएसी से पूर्व में बर्खास्त कर दिया गया था।
गौरतलब रहे कि आरोपित रामभरोसी ने गत 15 दिसम्बर को किशोरी को जेल प्रहरी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर धौलपुर बुलाया था। उसके भाई को बाहर भेजने के बाद उसने किशोरी के साथ गलत हरकत की लेकिन पीडि़ता के शोर मचाने पर आरोपित मौके से भाग निकला था। घटना को लेकर एफआइआर दर्ज हुई। उधर, कुशवाह समाज ने आरोपित की गिरफ्तारी को पुलिस को दो दफा अल्टीमेटम दिया। वहीं, नगर परिषद ने आरोपित के बिना मंजूरी के भवन निर्माण कराने पर उसके मकान पर कार्रवाई सीढ़़ी और रैलिंग इत्यादि तोड़ दी। आरोपित की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
गलत हरकतों की मिली शिकायत
एसपी ने बताया कि आरोपित महिलाओं और नाबिलगों को शिकार बनाता था। वह लगतार पीछा करने और नौकरी दिलाने का झांसा देता था। बर्खास्त होने के बाद भी वह पुलिस अधिकारी की ड्रेस, शूज पहन कर बुलेट पर निकलता था। स्वयं कभी सीआई तो कभी सीओ बता रौब झांडता था। कॉलोनी में भी उसने रुतबा बना रखा था और डर की वजह से कॉलोनी के लोग भी कुछ नहीं बोलते थे। पकड़े जाने के बाद भी कॉलोनी के लोग ज्यादा कुछ बताने से बचते दिखे। कुछ ने कहा कि जेल से बाहर आने पर वह झगड़ा करेगा।
करीब 3 माह पहले मिला और फिर घर बुलाया
एसपी ने बताया कि आरोपित रामभरोसी करीब 2-3 माह पहले एक व्यक्ति से सरकारी अस्पताल में मिला था। जहां पर उसने जेल विभाग में नौकरी लगवाने के लिए परिवादी व उसकी पुत्री को घर पर फार्म भरवाने के लिए बुलाया था। जिस पर 15 को फोनकर नाबालिग को धौलपुर घर पर बुलाया और घिनौनी हरकत की।