जिले के बड़े पर्यटन स्थल स्थलों में शमिल तीर्थधाम मचकुंड सरोवर के घाटों से इन दिनों दुर्गंध उठ रही है। हाल ये है कि यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक नाक पर रुमाल और कपड़े ढककर निकल जाते हैं। विशेष कर सरोवर पर लाडली जगमोहन मंदिर के पास के घाटों की स्थिति चिंताजनक है। काफी समय हो चुका है लेकिन अभी तक सफाई नहीं हो पाई है।
- तीर्थस्थल मचकुंड धाम
धौलपुर. जिले के बड़े पर्यटन स्थल स्थलों में शमिल तीर्थधाम मचकुंड सरोवर के घाटों से इन दिनों दुर्गंध उठ रही है। हाल ये है कि यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक नाक पर रुमाल और कपड़े ढककर निकल जाते हैं। विशेष कर सरोवर पर लाडली जगमोहन मंदिर के पास के घाटों की स्थिति चिंताजनक है। काफी समय हो चुका है लेकिन अभी तक सफाई नहीं हो पाई है। सरोवर और परिक्रमा मार्ग में सफाई की जिम्मेदार नगर परिषद प्रशासन के पास है लेकिन वह यहां कभी-कभार ही ध्यान दे रही है। सरोवर में से तो गंदगी निकल ही नहीं पा रही है। जिससे खूबसूरत पर्यटन स्थल की छबि प्रभावित हो रही है।
बता दें कि तीर्थराज मचकुंड सरोवर में लंबे समय से जमा गंदगी के कारण दुर्गंध हो रही है। जिसके चलते स्थानीय लोग और यहां घूमने आने वाले पर्यटक परेशान हैं। सरोवर की दुर्दशा के कारण कई पर्यटक स्थल पर पहुंचने के बाद तुरंत लौट जाते हैं और दूर जाकर बैठे रहते हैं। मंदिर महंत कृष्ण दास ने बताया कि सरोवर की लगातार बिगड़ती स्थिति को लेकर उन्होंने जिला प्रशासन, नगर परिषद और राज्य सरकार तक कई बार शिकायतें कीं। लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। महंत ने बताया कि सरोवर में जमा गंदगी न केवल श्रद्धालुओं व पर्यटकों को प्रभावित कर रही है, बल्कि आसपास के वातावरण को भी अशुद्ध कर रही है। लोग यहां आस्था से आते हैं, लेकिन दुर्गंध और गंदगी देखकर निराश होकर लौट जाते हैं।