मौजूदा सत्र के पांच माह बीतने के बाद भी होनहार छात्रों के हाथों में टेबलेट नहीं थमाए गए हैं। यह टेबलेट राज्य सरकार मेरिट लिस्ट के आधार पर छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए वितरण करती है, लेकिन हर योजना की तरह यह योजना भी लेट लतीफी की शिकार हो रही है और बच्चे अपनी मेहनत का फल पाने को बेकरार हैं।
-मैरिट के आधार पर किया जाता है टेबलेट वितरित
धौलपुर. मौजूदा सत्र के पांच माह बीतने के बाद भी होनहार छात्रों के हाथों में टेबलेट नहीं थमाए गए हैं। यह टेबलेट राज्य सरकार मेरिट लिस्ट के आधार पर छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए वितरण करती है, लेकिन हर योजना की तरह यह योजना भी लेट लतीफी की शिकार हो रही है और बच्चे अपनी मेहनत का फल पाने को बेकरार हैं।
शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली में कोई बदलाव नहीं आ रहा। कोई भी योजना हो उसको पूर्ण करने में हमेशा लेट लतीफी की शिकार हो रही है। चाहे बच्चों की ड्रेस हो या साइकल या फिर होनहार बच्चों को मिलने वाले टेबलेट। विभाग इनका वितरण सत्र के आधे से ज्यादा बीतने के बाद ही वितरण कराती है। मेरिट लिस्ट के आधार पर बच्चों को दिए जाने वाले टेबलेट इस सीजन भी समय से लेट वितरण होते दिख रहे हैं। पिछले सत्र विभाग ने जनवरी माह में टेबलेटों का वितरण किया था। टेबलेट के साथ इन होनहार विद्यार्थियों को मुफ्त में सिम भी वितरित की गईं। ऐसे में ये मेधावी छात्र तीन साल तक अपने टेबलेट में इंटरनेट सेवा का फ्री में उपयोग कर सकेंगे।
गत सत्र 636टेबलेट किए गए वितरण
गत सत्र 2023-24 में शिक्षा विभाग ने मेरिट के आधार पर 637 टेबलेट जिला शिक्षा विभाग को भेजे गए थे। जिनमें से 636 टेबलेटों का वितरण विभाग ने किया था। एक छात्र की मृत्यु होने के कारण एक टेबलेट का वितरण नहीं किया जा सका था। विभाग ने पहले दिन 416 छात्रों को टेबलेट वितरण किए गए। शेष बच्चों को अगले दिन टेबलेट वितरण किए गए। बच्चों को फ्री में इंटरनेट का उपयोग करने के लिए फ्री सिम भी उपलब्ध कराई गईं।
सिम के साथ एक जीबी डेटा फ्री
बच्चे टेबलेट का अच्छे से प्रयोग करें और उनको आर्थिक स्थिति वहन न करनी पड़े, इसको लेकर विभाग ने सिम में छात्रों को प्रतिदिन 01 जीबी डेटा के हिसाब से 30 जीबी डेटा फ्री में उपलब्ध कराया गया। इसके लिए शिक्षा विभाग ने योजना के तहत सिम देने वाली कंपनी को प्रति छात्र 8,909 रुपए की राशि देती है। पहले सरकार लैपटॉप देती थी, लेकिन अब शिक्षा विभाग ने यह बदलाव किया है। जानकारी के अनुसार प्रतिदिन अगर बच्चा एक जीबी डेटा का प्रयोग नहीं कर सकता है तो जो शेष डेटा है वह अगले दिन उपयोग में ला सकता है।
योजना का लाभ लेने यह प्रात्रता जरूरी
राज्य सरकार ने यह योजना बच्चों को प्रोत्साहन करने के चलाई थी। इसके तहत समस्त वर्गों के मेधावी छात्रों जिन्होंने आठवीं, 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंक अर्जित किए हैं उन्हें टेबलेट वितरण किए जाते हैं। कट ऑफ के अनुसार जिन अभ्यर्थियों की कक्षा आठवीं में 90.83 और दसवीं में 89.17, कक्षा 12वीं कला वर्ग में 92.2 और वाणिज्य वर्ग में 85.26 और विज्ञान वर्ग में 88.00 प्रतिशत से अधिक लाने वाले अभ्यर्थियों को फ्री टैबलेट मिलते हैं।
बच्चों को टेबलेट मैरिट के आधार पर दिया जाता है। जिसकी लिस्ट माध्यमिक बीकानेर से ही बनकर आती है। वहां से मैरिट पर आए बच्चों को दिए जाने वाले टेबलेटों की संख्या बताई जाती है।
-रमाकान्त शर्मा, एडीओ जिला शिक्षा विभाग माध्यमिक