शहर में पुरानी भारती टॉकीज की तरफ से पीजी और इंजीनियरिंग कॉलेज की तरफ जाने वाले रास्ते की इन दिनों दुर्दशा हो रही है। यहां दिनभर धूल के गुबार के बीच से बाइक व अन्य चौपहिया वाहन सवार को लोग निकलते हैं। धूल इस कदर की सामने से आ रहा दूसरा वाहन तक नजर नहीं आ पाता है।
- रेलवे प्रशासन और न ही संवेदक का ध्यान, सडक़ तो दूर छिडक़ाव तक नहीं
धौलपुर. शहर में पुरानी भारती टॉकीज की तरफ से पीजी और इंजीनियरिंग कॉलेज की तरफ जाने वाले रास्ते की इन दिनों दुर्दशा हो रही है। यहां दिनभर धूल के गुबार के बीच से बाइक व अन्य चौपहिया वाहन सवार को लोग निकलते हैं। धूल इस कदर की सामने से आ रहा दूसरा वाहन तक नजर नहीं आ पाता है। वहीं, पैदल राहगीर तो इधर-उधर से निकल कॉलेज तक पहुंचता है। खास बात ये है कि पीजी कॉलेज जिले का सबसे बड़ा कॉलेज है और करीब ३ हजार से अधिक विद्यार्थी इससे जुड़े हैं। साथ ही इंजीनियरिंग कॉलेज और आसपास बसी कुछ कॉलोनियों का भी यही रास्ता है। लेकिन प्रशासन और न ही रेलवे प्रशासन इस तरफ ध्यान दे रहा है। करीब दो साल से रेलवे का कार्य चल रहा है लेकिन रेलवे प्रशासन ने अपने इलाके में पक्की सडक़ तो छोडि़ए छिडक़ाव तक करवाना भूल गए हैं। स्टेशन इलाके में धूल के गुबार उडऩे के पीछे भी एक वजह यह भी है।
हवा को कर रहे प्रदूषित...
रेलवे स्टेशन इलाके में काफी समय से नई रेलवे लाइन बिछाने समेत अन्य निर्माण कार्य जोरों पर चल रहे हैं। इसमें पुरानी नैरोगेज लाइन को हटाकर नई ब्रॉडगेज लाइन बिछाई गई है। इसके अलावा अन्य कार्य चल रहे हैं। जिससे यहां दिनभर बड़े वाहनों के साथ-साथ कॉलेज जाने वाले स्टाफ और विद्यार्थी के वाहन यहां से ही निकलते हैं। वाहनों के निकलने से यहां धूल के गुबार उड़ते हैं। वजह धूल को दबाने के लिए किसी तरह का छिडक़ाव नहीं होता है। वहीं, रेलवे प्रशासन की तरफ से भी अलग से कोई सडक़ फिलहाल नहीं बनाई है जिससे लोग आ-जा सकें।
मुख्य गेट के सामने अतिक्रमण, रास्ता सकरा
पीजी कॉलेज गेट से बाहर निकलते ही सडक़ किनारे अतिक्रमण होने से विद्यार्थी और स्टाफ परेशान है। दोनों तरफ लोगों ने गोबर, मिट्टी और ईंधन डाल रखा है। जब इन्हें टोका जाता है तो वह झगड़ा करने पर ऊतारु हो जाते हैं। इसी तरह आगे की तरफ रोड की हालत खराब है। मोड पर गड्ढे हो रहे हैं। जिससे वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है।
एकमात्र रास्ता, वो भी खराब
वर्तमान में पीजी कॉलेज की तरफ जाने के लिए खलतियों की तरफ से जाने वाला ही एकमात्र रास्ता है। पूर्व में एक अन्य रास्ता जेल फाटक की तरफ से पीछे से था लेकिन उसे दीवार खड़ी कर बंद कर दिया है। यहां से अनाधिकृत तौर वाहन गुजरते थे। वर्तमान में केवल एक रोड बचा है। उसकी भी हालत खराब है। शहर से पीजी कॉलेज जा रहे सडक़ खस्ताहाल है। यहां कचरे और मृत जानवर फेंकने से यहां दुर्गंध रहती है जिससे भी लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।
कॉलेज रोड पर अतिक्रमण करने से आवागमन में दिक्कत आती है। साथ ही रेलवे कार्य के चलते ट्रेक्टर इत्यादि वाहनों के निकलने से दिनभर धूल उड़ती है। छिडक़ाव तो होता ही नहीं है। विद्यार्थी परेशान रहते हैं। जिला प्रशासन को पूर्व में अवगत कराया जा चुका है।- डॉ.गिर्राज सिंह मीना, प्रिंसीपल पीजी कॉलेज धौलपुर